बिहार विधानसभा चुनाव से पहले RJD में भाई-भाई के बीच राजनीतिक तनाव फिर उभरकर सामने आया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने बड़े भाई और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को पार्टी से टिकट मिलने के सवाल पर स्पष्ट कर दिया कि जो RJD का सदस्य होगा वही पार्टी से चुनाव लड़ेगा।
तेजस्वी का बयान
तेजस्वी यादव शुक्रवार को अपनी बिहार अधिकार यात्रा के दौरान समस्तीपुर पहुंचे और न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में कहा, "आरजेडी में जिसकी सदस्यता है वही चुनाव लड़ेगा।" जब उनसे पूछा गया कि क्या वे अपने बड़े भाई के चुनाव प्रचार में जाएंगे, तो तेजस्वी ने कहा, "हमारी अपनी पार्टी है और अपनी विचारधारा है। हालांकि, हम सबको शुभकामनाएं देते हैं।"
तेज प्रताप की राजनीतिक सक्रियता
पिछले दिनों तेज प्रताप यादव अपने छोटे भाई के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में बाढ़ प्रभावितों से मिलने पहुंचे और राहत सामग्री का वितरण किया। इसके अलावा उन्होंने लोगों को खाना खिलाया और आर्थिक मदद भी दी। तेज प्रताप पार्टी से अलग होकर अपनी अलग पहचान बनाने में जुटे हुए हैं और अब संभावित रूप से नई राजनीतिक दिशा तलाश रहे हैं।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं
तेजस्वी के इस बयान ने RJD के अंदरुनी मतभेद और भाई-भाई के टकराव को सार्वजनिक कर दिया।
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JDU प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि राजद में हमेशा राजनैतिक दुविधा रही है और तेजस्वी अपने भाई को अधिकार नहीं दे रहे।
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BJP प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि परिवारवादी पार्टी का अंदरुनी विवाद अब सड़क पर खुलकर सामने आ गया है।
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LJP-RV प्रवक्ता विनीत सिंह ने टिप्पणी की कि बड़े भाई की हकमारी के बाद छोटे भाई अब ज्ञान दे रहे हैं और पार्टी और परिवार संभालने में विफल हैं।
तेजस्वी यादव के बयान ने दोनों भाइयों के बीच दूरी और बढ़ा दी है, और महागठबंधन में शामिल अन्य दलों के नेताओं के साथ-साथ लालू प्रसाद यादव भी फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं।