पटना, बिहार: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शुक्रवार देर रात एक बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गए। मधेपुरा से पटना लौटते समय तेज रफ्तार ट्रक उनके काफिले में जा घुसा, जिससे तीन सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा रात करीब 1:30 बजे नेशनल हाईवे पर हुआ जब तेजस्वी यादव अपने काफिले के साथ चाय के लिए रुके हुए थे।
सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी यादव आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव और अन्य नेताओं के साथ वाहन से उतर ही रहे थे कि तभी एक बेकाबू ट्रक काफिले में शामिल एक स्कॉर्ट गाड़ी से टकरा गया। ट्रक की टक्कर इतनी तेज थी कि सुरक्षा में तैनात तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। तेजस्वी यादव ने तुरंत घायलों को नजदीकी हाजीपुर सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है।
तेजस्वी यादव का बयान
हादसे के बाद मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “हम मधेपुरा से एक कार्यक्रम के बाद लौट रहे थे और चाय पीने के लिए रुके थे। तभी एक ट्रक अनियंत्रित होकर हमारे ठीक सामने दो-तीन गाड़ियों में टकरा गया। हमारे सुरक्षाकर्मी पास में ही खड़े थे, और उनमें से तीन लोग घायल हो गए। हादसा महज 5 फीट की दूरी पर हुआ। अगर ट्रक थोड़ा और इधर होता, तो बड़ा हादसा हो सकता था।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए टोल गेट पर ट्रक को रोक लिया है और चालक को हिरासत में ले लिया गया है। तेजस्वी ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने तेजस्वी यादव की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस तरह से एक बेकाबू ट्रक हाई सिक्योरिटी काफिले में घुस आया, वह राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा अलार्म है। आगामी चुनावों के मद्देनजर तेजस्वी यादव जैसे प्रमुख नेताओं की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता की आवश्यकता है।
केंद्रीय और राज्य स्तरीय सुरक्षा एजेंसियों को अब इस पूरे मामले की विस्तृत जांच कर यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
घायलों की स्थिति
फिलहाल घायलों का इलाज हाजीपुर के सदर अस्पताल में चल रहा है। सूत्रों के अनुसार, तीनों की हालत गंभीर बताई जा रही है, लेकिन स्थिर है। तेजस्वी यादव पूरी घटना के बाद से लगातार अस्पताल और प्रशासन के संपर्क में हैं।
यह हादसा न केवल एक बड़ी सुरक्षा चूक को उजागर करता है, बल्कि चुनावी माहौल में नेताओं की सुरक्षा को लेकर सजगता की आवश्यकता पर भी जोर देता है।