लखनऊ। यूपी विधानसभा में 24 घंटे की लगातार चर्चा के दौरान सपा नेता शिवपाल यादव ने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार 2047 का विजन पेश कर रही है, जबकि 2022 के वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं।
शिवपाल ने कहा, "आज जो जवान हैं, 2047 तक बूढ़े हो जाएंगे, उन्हें इसका क्या फायदा? वादे पूरे न होने पर इतने लंबे भविष्य के भरोसे की क्या गारंटी?"
स्कूल, किसान और कानून व्यवस्था पर निशाना
शिवपाल यादव ने कहा कि यूपी के स्कूलों की हालत बदतर है—न बिजली है, न किताबें। "स्कूल में क्लास नहीं होती, केवल परीक्षाएं ली जाती हैं और सेंटर बनाने के लिए पैसे वसूले जाते हैं"।
किसानों की स्थिति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि डीजल और सिंचाई महंगी हो गई है, किसान लूट का शिकार हैं। बेरोजगारों को सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है कि उनके पोते-पोतियों को नौकरी मिलेगी।
"अपराधियों का अमृत काल"
शिवपाल ने आरोप लगाया कि यूपी में अपराधियों का बोलबाला है, महिलाएं असुरक्षित हैं, गांव के अस्पताल बंद पड़े हैं। उन्होंने विजन डॉक्यूमेंट को "लालीपॉप" बताते हुए कहा कि पहले अतीत का हिसाब देना चाहिए।
सड़क की हालत पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, "सड़क पर गड्ढे नहीं हैं, गड्ढे में सड़क खोजनी पड़ती है।"
सत्ता पक्ष का जवाब
विधानसभा में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि जनता ने भाजपा के संकल्प पत्र पर भरोसा जताया है और विपक्ष केवल अराजकता फैलाने का काम कर रहा है। वहीं, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने शिवपाल के स्कूल व्यवस्था पर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पिछली सरकार में स्कूलों को तबेला बना दिया गया था।