मधुबनी (बिहार):
बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बिहार के मधुबनी जिले के फुलपरास में आयोजित एक जनसभा में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “मधुबनी माता सीता का ननिहाल रहा है, कांग्रेस को यहां से प्रत्याशी ही नहीं उतारना चाहिए था।”
मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्थाओं का अपमान किया है। उन्होंने कांग्रेस पर राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को उलझाने का आरोप लगाया और कहा कि, “कांग्रेस ने समाज में डर फैलाया कि मंदिर बनेगा तो दंगे होंगे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर भी बनवाया और समाज में शांति भी बनाए रखी।”
“अब मथुरा की बारी है” — मोहन यादव
मुख्यमंत्री ने कहा, “आज रामलला अयोध्या में मुस्करा रहे हैं, अब मथुरा की बारी है। गोपाल कृष्ण भगवान ने क्या बिगाड़ा है? जल्द ही भगवान कृष्ण मथुरा में मुस्कराएंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के नेताओं में भारतीय संस्कृति के प्रति श्रद्धा नहीं है और वे केवल सनातन संस्कृति की आलोचना करते हैं।
‘परिवारवाद’ पर साधा निशाना
मोहन यादव ने कांग्रेस पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जहां “मामूली कार्यकर्ता भी विधायक, मंत्री या मुख्यमंत्री बन सकता है।” उन्होंने खुद को इसका उदाहरण बताया और कहा कि भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ को केवल नारा नहीं बल्कि आचरण में उतारती है।
‘एनडीए आएगी तो बिहार बदलेगा’
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देशभर में धार्मिक पर्यटन का विस्तार हुआ है — “भव्य राम मंदिर और महाकाल लोक” ने लाखों लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने वादा किया कि एनडीए सरकार बनने पर माता सीता से जुड़े सभी स्थलों को तीर्थ रूप में विकसित किया जाएगा।
मोहन यादव ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसानों, गरीबों, महिलाओं और युवाओं के हित में लगातार काम कर रहे हैं, और किसान सम्मान निधि की राशि 6 हजार से बढ़ाकर 9 हजार रुपये करने की तैयारी है।
सभा के अंत में उन्होंने ‘बीजेपी फॉर बिहार, आएगी तो एनडीए’ के नारे के साथ जनता से एनडीए के पक्ष में मतदान की अपील की।