गाजियाबाद |
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जनपद में मुरादनगर थाना क्षेत्र के सामने हुए रवि शर्मा हत्याकांड ने कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। थाने के सामने दिनदहाड़े फायरिंग कर युवक की हत्या के मामले में लापरवाही बरतने वाले एक दरोगा और दो सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
रवि शर्मा, जो कि रावली गांव का रहने वाला था और कीटनाशकों का कारोबार करता था, बीती रात अपने परिजनों के साथ घरेलू विवाद में हुई फायरिंग की शिकायत दर्ज कराने मुरादनगर थाने पहुंचा था।
लेकिन थाने के ठीक बाहर, बाइक सवार दो हमलावरों ने रवि पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस बनी रही मूकदर्शक, आरोपी फरार
प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों का आरोप है कि फायरिंग के वक्त थाने में पुलिसकर्मी मौजूद थे और कुछ बाहर भी खड़े थे, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की।
हमलावर घटना को अंजाम देकर बड़े आराम से फरार हो गए, और पुलिस उन्हें रोक नहीं सकी।
तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
घटना के बाद गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए:
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मुरादनगर थानाध्यक्ष
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उपनिरीक्षक शैलेंद्र तोमर
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नाइट ड्यूटी पर तैनात उपनिरीक्षक सूबे सिंह
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और संबंधित बीट प्रभारी मोहित सिंह
को निलंबित कर दिया है।
परिजनों का प्रदर्शन, बढ़ा आक्रोश
रवि शर्मा की मौत से गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने शव को थाने के गेट के बाहर रखकर जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि पुलिस ने पहले ही फायरिंग की शिकायत पर गंभीरता दिखाई होती, तो रवि की जान बचाई जा सकती थी।
जानिए कैसे शुरू हुआ था विवाद
मृतक के पिता रवींद्र शर्मा के अनुसार, कुछ दिन पहले गांव में मोंटू और अजय नामक युवकों से कार हटाने को लेकर कहासुनी हुई थी। इसके बाद उनके घर पर आकर फायरिंग की गई।
जब रवि इस मामले की शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचा, तभी हमलावरों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया।
जांच जारी, सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही
पुलिस घटना की जांच कर रही है और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज़ कर दिए गए हैं।