लखनऊ के इंदिरानगर स्थित रवींद्रपल्ली इलाके से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 65 वर्षीय डॉग ट्रेनर असीम चक्रवर्ती और उनकी 90 वर्षीय मां बेला चक्रवर्ती का शव शनिवार देर शाम उनके घर से बरामद हुआ। असीम का शव घर के गेट के पास जबकि मां बेला का शव ड्रॉइंगरूम में सोफे पर पड़ा मिला। पुलिस का कहना है कि दोनों शव लगभग दो दिन पुराने हैं और मौत संदिग्ध हालात में हुई है।
रिश्तेदारों ने शव लेने से किया इंकार
घटना के बाद पुलिस ने परिवार और रिश्तेदारों से संपर्क साधा, लेकिन हैरान करने वाली बात यह रही कि किसी ने भी शव लेने या अंतिम संस्कार करने से साफ इंकार कर दिया। एडीसीपी के मुताबिक, यदि 72 घंटे तक कोई परिजन शव नहीं लेता, तो पुलिस ही अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी निभाएगी।
परिवार की पृष्ठभूमि
बेला का बड़ा बेटा अमित ब्रिज कॉरपोरेशन में जेई था, जबकि उसकी पत्नी चंद्ररानी सैनिक निदेशालय में स्टेनो पद पर कार्यरत थीं। अमित की कई साल पहले मौत हो गई थी और दो साल पहले चंद्ररानी का भी निधन हो गया। उनकी कोई संतान नहीं थी।
पुलिस ने जब चंद्ररानी के भाई अनिल बनर्जी से संपर्क किया तो उन्होंने साफ कहा कि बहन की मौत के बाद से परिवार से उनका संपर्क खत्म हो चुका है।
भतीजे ने भी किया इनकार
पुलिस ने बेला के भाई के बेटे से भी संपर्क किया। वह ज्वाय दयाल रेजीडेंसी में रहता है। लेकिन उसने भी शव लेने से इंकार कर दिया, जबकि बेला उसकी सगी बुआ थीं।
पुलिस कराएगी अंतिम संस्कार
अब पुलिस अन्य दूर के रिश्तेदारों से संपर्क करने की कोशिश कर रही है। अगर कोई भी सामने नहीं आया तो Bela और Asim का अंतिम संस्कार प्रशासनिक व्यवस्था के तहत पुलिस द्वारा कराया जाएगा।