आकानपुर। आर्थिक तंगी और कर्ज के दबाव ने एक युवक की जान ले ली। यशोदानगर के कुंज विहार पी ब्लॉक निवासी 22 वर्षीय कृष्णा शुक्ला ने गुरुवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मां के अंतिम संस्कार के लिए उसने अपने दोस्त से 10 हजार रुपये उधार लिए थे, जिसे समय पर न चुका पाने के कारण वह मानसिक रूप से टूट गया था।
जानकारी के मुताबिक, कृष्णा शुक्ला चकेरी के कृष्णा नगर स्थित एक शोरूम में काम करता था। बीते 28 अगस्त को उसकी मां पुष्पा की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार के खर्च के लिए उसने बेंगलुरु में काम करने वाले एक दोस्त से 10 हजार रुपये उधार लिए थे। तय समय पूरा होने पर दोस्त ने बार-बार फोन कर पैसे लौटाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
गुरुवार शाम कृष्णा ने अपनी प्रेमिका को फोन कर कहा— "यार सुनो, पैसों का इंतजाम नहीं हो पा रहा है, दोस्त लगातार रुपये मांग रहा है... जा रहा हूं, अब सुसाइड करने।" इतना कहकर उसने फोन काट दिया।
प्रेमिका घबराकर तुरंत बर्रा-2 स्थित अपने घर से भागती हुई कृष्णा के घर पहुंची। जब तक वह पहुंची, कृष्णा दुपट्टे से फंदा लगाकर झूल चुका था। युवती ने किसी तरह फंदा काटा और लोगों की मदद से उसे पास के निजी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने बताया कि कृष्णा को सुरेश चंद्र शुक्ला और उनकी साली बबली ने गोद लिया था। बबली और उनके बच्चे कोमल, मानसी, सूरज और श्याम का रो-रोकर बुरा हाल है।
परिवार के अनुसार, कृष्णा की शादी उसी युवती से तय थी जिसने उसे फंदे से उतारा था। दशहरे के मौके पर दोनों परिवारों की मुलाकात तय थी, लेकिन त्योहार की व्यस्तता के चलते मुलाकात अगले दिन के लिए टाल दी गई थी। किसी को अंदाजा नहीं था कि कृष्णा उस दिन तक भी नहीं रहेगा।
थाना प्रभारी ने बताया कि प्राथमिक जांच में युवक के आत्महत्या का कारण दोस्त द्वारा पैसों की वापसी का दबाव सामने आया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है।