वाराणसी। बनारस में गंगा के पलट प्रवाह से वरुणा नदी उफान पर है और हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। नदी किनारे बने कई घर एक मंजिल तक जलमग्न हो गए हैं, जिससे लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। बड़ी संख्या में लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। हालांकि गुरुवार सुबह गंगा का जलस्तर स्थिर होने से कुछ राहत मिली, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है।
सरकारी बुलेटिन के अनुसार शुक्रवार तक गंगा का स्तर 71.4 मीटर तक पहुंच सकता है। वर्तमान में जलस्तर 70.92 मीटर पर स्थिर है, जबकि खतरे का निशान 71.262 मीटर है। इससे पहले गंगा चेतावनी बिंदु पार कर चुकी है।
हजारों लोग राहत शिविरों में शिफ्ट
बाढ़ का असर तेजी से वरुणा किनारे की बस्तियों पर पड़ रहा है। आपदा नियंत्रण कक्ष के अनुसार, दो दिनों में 509 परिवारों के 2188 लोग राहत शिविरों में शिफ्ट किए जा चुके हैं। पुरानापुल इलाके के चार दर्जन घर पूरी तरह पानी में घिर गए हैं।
तीसरी बार छोड़ना पड़ा घर
स्थानीय लोग लगातार पलायन से त्रस्त हैं। यह सीजन का तीसरा मौका है जब उन्हें अपना घर छोड़ना पड़ा। महिलाएं गठरी और बच्चों को लेकर सुरक्षित स्थान की ओर जा रही हैं। सबसे अधिक दिक्कत ग्रामीण परिवारों और किसानों को उठानी पड़ रही है।
किसानों की मुश्किलें बढ़ीं
चिरईगांव और रोहनिया क्षेत्र के किसानों की फसलें बाढ़ के पानी से बर्बादी के कगार पर हैं। खेतों में लगी धान की फसल चौपट हो रही है और मवेशियों के चारे की भी भारी कमी का खतरा मंडरा रहा है। कई गांवों में पानी नालों के रास्ते तेजी से फैल रहा है और लोग प्रशासनिक मदद पर निर्भर हैं।
मुख्यमंत्री लेंगे हालात का जायजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 29 अगस्त को दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आएंगे। इस दौरान वे बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करेंगे और राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा, काशी विश्वनाथ और कालभैरव मंदिर में दर्शन-पूजन भी करेंगे।