भोपाल/उज्जैन। मध्यप्रदेश में गुरुवार से एक बार फिर तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। राजधानी भोपाल में दोपहर 12 बजे के बाद मौसम अचानक बदला और गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। कई इलाकों में पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई।
भोपाल में सड़कें जलमग्न
पीएचक्यू के पीछे वाली सड़क पर करीब 200 मीटर तक पानी भर गया। कई वाहन पानी में फंस गए और लोगों को जाम का सामना करना पड़ा।
उज्जैन में क्षिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ा
उज्जैन में क्षिप्रा नदी उफान पर है। घाटों पर बने मंदिर पानी में डूब गए हैं। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
रायसेन और धार में बारिश से हालात बिगड़े
रायसेन जिले में भारी बारिश के चलते सड़कों पर 2 फीट तक पानी भर गया। धार के मनावर क्षेत्र में सुबह तेज बारिश हुई और मान डैम के गेट खोल दिए गए।
बारिश से स्कूल, कॉलेज और दफ्तर जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी और बालाघाट में 2.5 से 4.5 इंच तक बारिश हो सकती है। वहीं भोपाल और इंदौर में रिमझिम बारिश के आसार हैं।
पिछले 24 घंटे में सिवनी में सबसे ज्यादा 3 इंच, रतलाम में 2.2 इंच, छिंदवाड़ा में 1.1 इंच और शिवपुरी में 1 इंच पानी दर्ज किया गया।
मानसून ट्रफ और लो प्रेशर का असर
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि बुधवार को मानसून ट्रफ प्रदेश के बीच से गुजरी। वहीं, बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया सक्रिय हो रहा है, जिसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा।
अब तक 97% बारिश पूरी
प्रदेश में अब तक औसतन 35.9 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि सामान्य 37 इंच होती है। यानी, बारिश का 97% कोटा पूरा हो गया है।
गुना (53.8 इंच) और मंडला (53.1 इंच) सबसे ज्यादा बारिश वाले जिले बने हैं, जबकि इंदौर (16.5 इंच) सबसे कम बारिश वाला जिला है।