पटना, 29 सितम्बर 2025 – जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर (PK) ने वैभव विकास न्यास द्वारा अचानक अर्जित 100 करोड़ रुपये की संपत्ति को लेकर सवाल उठाए हैं। PK का कहना है कि जब से यह ट्रस्ट बना था, तब तक 10 करोड़ रुपये की जमीन भी नहीं खरीदी जा सकी थी, लेकिन पिछले एक साल में यह ट्रस्ट करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदने में सफल रहा।
प्रशांत किशोर ने ट्रस्ट के मुख्य पदाधिकारी जिया लाल आर्य, किशोर कुणाल की पत्नी अनीता कुणाल और मुख्य सचिव बिहार की सास से इस अचानक हुई संपत्ति अर्जन का स्पष्ट जवाब मांगा है। PK ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर संपत्ति कैसे हासिल की गई, इसे पारदर्शी तरीके से जनता के सामने प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
PK ने बताया कि यह संपत्तियां अनीता कुणाल के बेटे सायण कुणाल और समस्तीपुर सांसद शांभवी चौधरी की सगाई और शादी के समय अर्जित की गईं। उन्होंने कहा कि जिया लाल आर्य व्यक्तिगत रूप से ईमानदार हैं, लेकिन न्यास के लेन-देन की पारदर्शिता सुनिश्चित करना आवश्यक है।
इसके अलावा, PK ने अशोक चौधरी पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने 200 करोड़ के अतिरिक्त 500 करोड़ की बेनामी संपत्तियां बनाई हैं। PK ने चेतावनी दी कि अगर सात दिनों के भीतर अधिकारी आधिकारिक रूप से नोटिस का जवाब नहीं देते हैं, तो वह इस मामले का पूरी तरह से खुलासा करेंगे।
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि जैसे उन्होंने अपने आमद और खर्च का हिसाब सार्वजनिक रूप से रखा, वैसे ही ट्रस्ट के पदाधिकारियों को भी पारदर्शिता के साथ लेन-देन का ब्यौरा जनता के सामने रखना चाहिए।
इस मामले में राजनीतिक और प्रशासनिक नेतृत्व से जवाब देने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि यह विवाद सार्वजनिक हित और न्यास की पारदर्शिता से जुड़ा हुआ है।