इंदौर-“राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान” संगीत जगत में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। लता जी के नाम पर सम्मान प्रदान करना मध्यप्रदेश के लिए गर्व की बात है। लता जी ने भारतीय संस्कृति और संगीत को विश्व स्तर पर स्थापित किया है। इन्होंने अपने स्वर से भारतीय संगीत को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है । उनके नाम पर उनके जन्म दिवस पर संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश द्वारा दिया जाने वाला यह सम्मान अद्वितीय है | जिन कलाकारों ने गीत-संगीत के क्षेत्र में अपनी अलग अमिट छाप छोड़ी है। यह सम्मान उन कलाकारों के योगदान को नमन करता है| मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा वर्ष 2025 का राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान इस बार सुप्रतिष्ठित पार्श्व गायक सोनू निगम (मुंबई) को प्रदान किया गया। यह आयोजन संस्कृति विभाग तथा जिला प्रशासन इंदौर के सहयोग से संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज हम विश्व प्रसिद्ध गायक सोनू निगम को सम्मानित कर गौरवान्वित हो रहे हैं। सोनू निगम के आने से ऐसा लग रहा है जैसे अमावस की रात में पूनम का चांद आया है। उन्होंने कहा कि आज हम गर्वित है कि संगीत की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। इंदौर की संगीत परंपरा अद्वितीय है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव स्वर कोकिला लता मंगेशकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। साथ ही लता मंगेशकर के जीवन पर केन्द्रित चित्र लतिका का अवलोकन भी किया। अलंकरण के पश्चात संगीत संध्या का आयोजन हुआ जिसमें लोकप्रिय पार्श्व गायक अंकित तिवारी एवं उनके दल ने एक से बढ़कर एक मधुर प्रस्तुतियां दीं और श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में संचालक संस्कृति श्री एस.पी. नामदेव ने प्रशस्ति पत्र का वाचन किया। इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, सांसद श्री शंकर लालवानी, महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, संभागायुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, कलेक्टर श्री शिवम वर्मा, विधायक श्री महेन्द्र हार्डिया, सुश्री उषा ठाकुर, श्रीमती मालिनी गौड़, श्री मधु वर्मा, श्री गोलू शुक्ला, पूर्व विधायक श्री जीतू जिराती, श्री सुमित मिश्रा सहित बड़ी संख्या में संगीत प्रेमी उपस्थित रहे।
संगीत की जीती-जागती परंपरा थीं लता जी – सोनू निगम
पार्श्व गायक सोनू निगम ने भावुक स्वर में कहा कि लता जी हमारे लिए केवल प्रेरणा नहीं, बल्कि संगीत की जीती-जागती परंपरा रही हैं। इस सम्मान को पाकर मैं स्वयं को धन्य महसूस कर रहा हूँ। यह पल मेरे जीवन के सबसे खास पलों में से एक है। उन्होंने कहा कि जिस लता मंगेशकर अलंकरण समारोह में प्रस्तुति देने के लिए मैं 30 वर्ष पूर्व इंदौर आया था, उसी सम्मान समारोह में मुझे आज यह सम्मान मिलना बेहद गौरव का विषय है।