पटना, बिहार — बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रशांत किशोर (PK) की जन सुराज पार्टी ने रणनीतिक बढ़त बनाते हुए अब तक 116 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। इन उम्मीदवारों में कई जाने-माने चेहरे, प्रोफेशनल्स, शिक्षाविद, पूर्व अफसर और राजनीतिक परिवारों से जुड़े लोग शामिल हैं। पीके ने अपने प्रत्याशियों के चयन में जातिगत समीकरणों का भी बारीकी से ध्यान रखा है।
जातीय और सामाजिक संतुलन साधने की कोशिश
जन सुराज पार्टी के 116 उम्मीदवारों में से 31 ईबीसी, 21 ओबीसी, और 21 अल्पसंख्यक समुदाय से हैं। पीके ने साफ किया है कि उनकी पार्टी “समाज के हर वर्ग की भागीदारी” सुनिश्चित करना चाहती है।
बड़े और चर्चित नामों की एंट्री
प्रशांत किशोर ने इस बार टिकट वितरण में कई फेमस और हाई-प्रोफाइल नामों पर दांव लगाया है —
-
गणितज्ञ केसी सिन्हा को कुम्हरार सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। बीजेपी की परंपरागत सीट मानी जाने वाली इस जगह पर कायस्थ वोट पर पीके की नजर है।
-
भोजपुरी गायक रितेश पांडेय को करगहर सीट से टिकट दिया गया है। वह ब्राह्मण समुदाय से आते हैं और युवाओं में लोकप्रिय चेहरा हैं।
-
पूर्व भाजपा विधायक किशोर कुमार मुन्ना सहरसा से जन सुराज प्रत्याशी होंगे।
-
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी और सुप्रीम कोर्ट की वकील लता सिंह को अस्थवान सीट से टिकट मिला है।
-
पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर को मोरवा सीट से मैदान में उतारा गया है — उन्हें ईबीसी वोट बैंक को साधने की दृष्टि से टिकट दिया गया है।
-
पूर्व आईपीएस अधिकारी जयप्रकाश सिंह (छपरा),
आईजीआईएमएस डायरेक्टर डॉ. अरुण कुमार (मटिहानी),
और भौतिक वैज्ञानिक डॉ. अमित कुमार दास (मुजफ्फरपुर) से चुनाव लड़ेंगे। -
सीनियर वकील वाईवी गिरि को माझी सीट से टिकट दिया गया है,
जबकि भोरे सीट से ट्रांसजेंडर उम्मीदवार प्रति किन्नर को मौका दिया गया है — जो समावेशिता का मजबूत संदेश है।
सरफराज आलम भी हुए शामिल
लोकसभा के पूर्व सदस्य और जोकीहाट से चार बार विधायक रहे सरफराज आलम ने हाल ही में राजद से इस्तीफा देकर जन सुराज पार्टी ज्वॉइन की है। वह सीमांचल क्षेत्र के वरिष्ठ नेता और दिवंगत राजद नेता तस्लीम उद्दीन के पुत्र हैं। पीके ने उन्हें सीमांचल की सियासत में बड़ा चेहरा माना है।
रणनीति: नए और भरोसेमंद चेहरों पर दांव
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज पार्टी “नई सोच और साफ छवि वाले उम्मीदवारों” को राजनीति में लाना चाहती है। पार्टी के मुताबिक, इस लिस्ट में शामिल उम्मीदवार ऐसे लोग हैं जो जनता के बीच पहले से जाने-पहचाने हैं और समाज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
चुनावी समीकरण में नया मोड़
जहां एक ओर महागठबंधन में अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है, वहीं प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने अपने मजबूत दावेदारों की सूची जारी कर चुनावी मैदान में संदेश दे दिया है कि पीके अब सिर्फ रणनीतिकार नहीं, बल्कि खिलाड़ी भी हैं।