उन्नाव (यूपी)। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले स्थित सरस्वती मेडिकल कॉलेज में बड़ा मामला सामने आया है। यहां एक प्रोफेसर पर छात्रों को मोबाइल पर अश्लील मैसेज भेजने और शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने का आरोप लगा। मामले को लेकर छात्रों ने आंदोलन शुरू किया, जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने प्रोफेसर को पहले निलंबित और फिर बर्खास्त कर दिया।
छात्रों का आरोप: फेल करने और धमकाने की कोशिश
छात्रों का कहना है कि आरोपी प्रोफेसर लगातार उन्हें अश्लील संदेश भेजते थे। संबंध बनाने से इनकार करने पर फेल करने और आंतरिक परीक्षा में कम अंक देने की धमकी दी जाती थी। कई छात्रों ने बताया कि प्रोफेसर प्रश्नपत्र लीक करने और अतिरिक्त अंक दिलाने के बदले अनुचित मांग करते थे।
प्राचार्य को शिकायत, कार्रवाई न होने पर आंदोलन
शुरुआत में छात्रों ने कॉलेज प्राचार्य से शिकायत की, लेकिन कार्रवाई न होते देख गुरुवार को छात्रों ने कॉलेज परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया और प्रोफेसर का पुतला फूंका। साथ ही, आंतरिक परीक्षाओं का बहिष्कार करने का भी ऐलान कर दिया।
जांच कमेटी की रिपोर्ट में गंभीर तथ्य
कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरएन श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रों की शिकायत पर तीन अलग-अलग जांच कमेटियां गठित की गई थीं। रिपोर्ट में गंभीर तथ्य सामने आने के बाद आरोपी प्रोफेसर को स्पष्टीकरण देने का मौका दिया गया, लेकिन उन्होंने अपनी सफाई पेश नहीं की। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने उनकी सेवा समाप्त कर दी।
छात्रों में खुशी का माहौल
प्रोफेसर की बर्खास्तगी का आदेश जारी होने के बाद छात्रों ने आंदोलन समाप्त कर दिया। आदेश की कॉपी मिलने के बाद छात्रों के चेहरे पर संतोष और खुशी देखी गई। हालांकि, छात्रों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए, क्योंकि कुछ छात्रों को अभी भी धमकियां मिल रही हैं।
विवादों से घिरा कॉलेज
यह पहली बार नहीं है जब सरस्वती मेडिकल कॉलेज विवादों में आया हो। इससे पहले भी एक छात्रा ने कॉलेज के वरिष्ठ अधिकारी पर छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था। अब प्रोफेसर पर कार्रवाई के बाद कॉलेज प्रशासन की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।