कौशांबी की चायल सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) की विधायक पूजा पाल को गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा से निष्कासित कर दिया। यह कार्रवाई उस वक्त हुई जब उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की खुलकर तारीफ की।
पूजा पाल लंबे समय से सपा से अलग-थलग चल रही थीं। राज्यसभा चुनाव के दौरान उन्होंने पार्टी लाइन से हटकर भाजपा के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की थी। उनके साथ आठ विधायकों ने ऐसा किया था, जिनमें से चार को कुछ दिन पहले ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। अब पूजा पाल पर भी पार्टी विरोधी गतिविधियों और गंभीर अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर निष्कासन कर दिया गया।
अखिलेश यादव के हस्ताक्षर से जारी पत्र में लिखा गया कि पूजा पाल को पहले भी चेतावनी दी गई थी, लेकिन उन्होंने अपनी गतिविधियां बंद नहीं कीं, जिससे पार्टी को नुकसान हुआ। साथ ही उन्हें सभी पदों से हटाकर पार्टी के कार्यक्रमों और बैठकों में शामिल होने से भी रोक दिया गया है।
राजू पाल हत्याकांड से जुड़ा रहा नाम
पूजा पाल के पति और तत्कालीन विधायक राजू पाल की 2005 में ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आरोप अतीक अहमद के भाई अशरफ पर लगे थे।
राजू पाल, अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ को हराकर विधायक बने थे। उनकी हत्या के बाद पूजा पाल राजनीति में आईं और बाद में सपा में शामिल हो गईं। 2022 में वह सपा के टिकट पर चायल सीट से विधायक बनीं।