मोहाली। पंजाब पुलिस के बर्खास्त DSP गुरशेर सिंह संधू की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। विजिलेंस ब्यूरो ने अब उनके और उनकी मां सुखवंत कौर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने का केस दर्ज किया है। कार्रवाई का आधार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के हिरासत में दिए गए विवादित इंटरव्यू की जांच है, जिसमें गुरशेर की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी।
26 लाख की आमदनी, खर्च 2.59 करोड़!
विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, गुरशेर सिंह ने बीते तीन वर्षों में करीब 26 लाख रुपये की आय दर्शाई थी, लेकिन जांच में सामने आया कि उन्होंने इसी अवधि में करीब 2.59 करोड़ रुपये खर्च किए — यानी उनकी वास्तविक संपत्ति 10 गुना ज्यादा है।
यह केस मोहाली की फ्लाइंग स्क्वॉड यूनिट ने दर्ज किया है। विजिलेंस ने कई स्थानों पर छापेमारी भी की है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि गुरशेर विदेश फरार हो चुके हैं।
पहले से दर्ज हैं भ्रष्टाचार और जालसाजी के मामले
गौरतलब है कि गुरशेर सिंह को अक्टूबर 2024 में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। उन पर धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, भ्रष्टाचार, ज़मीन घोटाले, और पद के दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोप हैं। जनवरी 2025 में उनकी अग्रिम ज़मानत याचिका खारिज कर दी गई थी, जिसके बाद से वह फरार हैं।
नकली शिकायतें, ज़मीन घोटाले और उगाही के आरोप
पूर्व DSP पर आरोप है कि उन्होंने विवादित ज़मीनों को औने-पौने दाम में खरीदकर ऊंची कीमतों में बेचा। इसके अलावा, वह फर्जी शिकायतें दायर कर पीड़ितों से उगाही किया करते थे। एक पीड़ित की शिकायत पर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने उनके खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए थे।
उन पर IPC की धारा 419, 465, 467, 468, 471 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज है।
बिश्नोई इंटरव्यू कांड से शुरू हुआ था बवंडर
गुरशेर पर आरोप है कि उन्होंने मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का टीवी इंटरव्यू करवाने में भूमिका निभाई थी। यह इंटरव्यू उस समय रिकॉर्ड किया गया जब बिश्नोई मोहाली पुलिस की कस्टडी में था। उस समय गुरशेर DSP (इन्वेस्टिगेशन), मोहाली के पद पर तैनात थे और Kharar CIA ऑफिस में अक्सर मौजूद रहते थे।
इस इंटरव्यू ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तूफान खड़ा कर दिया, जिसके बाद हाई कोर्ट के निर्देश पर गुरशेर को बर्खास्त कर दिया गया और 7 अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया।
विजिलेंस का बड़ा ऑपरेशन जारी
विजिलेंस ब्यूरो ने गुरशेर की संपत्तियों, बैंक खातों, विदेशी लेन-देन और रियल एस्टेट डीलिंग्स की गहराई से जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का मानना है कि गुरशेर ने विदेश में भी संपत्तियां बना रखी हैं। उनकी तलाश में इंटरनेशनल एजेंसियों से भी संपर्क साधा जा सकता है।