पटना, 3 अक्टूबर 2025:
"आई लव मोहम्मद" विवाद पर बिहार की राजनीति में हलचल तेज़ होती जा रही है। अररिया से शुरू हुआ यह मामला अब मोतिहारी, वैशाली और गोपालगंज तक फैल चुका है। इस बीच लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने इस विवाद की मुखालफत करते हुए कहा कि सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए।
पत्रकारों से बातचीत में तेज प्रताप ने कहा,
"आई लव मोहम्मद विवाद पर मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है। लेकिन विवाद खड़ा करना ठीक बात नहीं है। अगर कोई मोहम्मद साहब का सम्मान करता है तो वह अच्छी बात है। मैं मोहम्मद का सम्मान करता हूँ और श्रीराम की पूजा भी करता हूँ। मेरे घर में कुरान शरीफ भी है और मैं हिंदू देवी-देवताओं की पूजा भी करता हूँ।"
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि "आई लव मोहम्मद" कहने पर किसी की गिरफ्तारी करना गलत है।
रावण पर दिया बयान
दशहरा के मौके पर सोशल मीडिया पर "रावण" को लेकर छिड़ी बयानबाज़ी पर भी तेज प्रताप ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
"रावण कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि एक सोच है। सोच बदल जाए तो कोई रावण नहीं है। असल रावण हमारे भीतर है और हमें ही उसे नियंत्रित करना है।"
दरअसल, दशहरा पर जेडीयू और बीजेपी ने विरोधियों के एनिमेटेड फोटो जारी कर उन्हें "रावण" बताया था। इस पर राजनीतिक माहौल गरमा गया और इसे चुनावी रंग दे दिया गया।
पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि "आई लव मोहम्मद" प्रकरण पर ओवैसी, गिरिराज सिंह और जीतनराम मांझी समेत कई नेताओं की प्रतिक्रिया पहले ही सामने आ चुकी है। अब तेज प्रताप यादव भी इस बहस में कूद पड़े हैं। राजद से निकाले जाने के बाद उन्होंने अपनी अलग पार्टी बनाई है और आगामी बिहार चुनाव को ध्यान में रखते हुए संतुलित बयानबाज़ी कर रहे हैं।