लखनऊ, 8 सितंबर 2025:
लखनऊ के बेहटा गांव में एक सप्ताह पूर्व हुए विस्फोट कांड के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मो. नसीम और मो. याकूब उर्फ घपलू के रूप में हुई है, जो बिना लाइसेंस के भारी मात्रा में देशी पटाखों का निर्माण और भंडारण कर रहे थे।
कैसे हुआ खुलासा?
विस्फोट के बाद दोनों आरोपियों ने अपने और रिश्तेदारों के घर से बारूद की बोरियां तथा बने हुए बम निकालकर गांव के बाहर खेतों और तालाब किनारे फेंक दिए थे। इसके अतिरिक्त, अर्धनिर्मित मकानों में भी सामान छुपाया गया था। पुलिस द्वारा 1 और 2 सितंबर को की गई छापेमारी में दो टन बारूद और 25 कुंतल से अधिक बम बरामद किए गए। बरामद सामग्री को पानी डालकर निष्क्रिय कराया गया और फिर 20–30 फीट गहरे गड्ढों में दबा दिया गया।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
अपर पुलिस उपायुक्त पूर्वी पंकज सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उपायुक्त पूर्वी शशांक सिंह ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। रविवार दोपहर पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर स्कार्पियो क्लब के पास से दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर प्रभातेश की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह ने कहा कि दोनों आरोपी मोबाइल का प्रयोग नहीं कर रहे थे, जिससे पुलिस को उनकी लोकेशन ट्रेस करने में कठिनाई हुई। बाद में मुखबिर तंत्र सक्रिय कर गिरफ्तारी संभव हुई।
अब तक बरामदगी और कार्रवाई
पुलिस अब तक गांव से कुल चार टन बारूद और 30 कुंतल पटाखे बरामद कर चुकी है। बिना लाइसेंस निर्माण और भंडारण के मामले में आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। दोनों आरोपी फरार होने के दौरान मोबाइल फोन का उपयोग नहीं कर रहे थे और छिपे हुए थे।
विस्फोट में चार की मौत, अन्य की तलाश जारी
बेहटा विस्फोट में मलबे के नीचे दबने और झुलसने से अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें आलम और उनकी पत्नी की घटना स्थल पर ही मौत हुई थी, जबकि उनके बेटे इरशाद और पड़ोसी नदीम की बाद में मौत हुई। पुलिस ने फरार आरोपी टीनू को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था। अब शेरू, शोएब, अली अकबर, बशीर, शानू और अफजल की तलाश में पुलिस की चार टीमें बाराबंकी, हरदोई, उन्नाव और सीतापुर में दबिश दे रही हैं।