हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार हो रही भारी बारिश से पहाड़ों पर भूस्खलन, नदियों में उफान और बादल फटने की घटनाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
कुल्लू में बादल फटने से नुकसान
कुल्लू जिले की लगघाटी में मंगलवार सुबह बादल फटने की घटना हुई। इस दौरान दो दुकानों और एक बाइक को नुकसान पहुंचा, जबकि सरवरी क्षेत्र में एक पैदल पुल बह गया। प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। हालात को देखते हुए कुल्लू और बंजार उपमंडल के सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं।
शिमला में भूस्खलन से बाधित यातायात
राजधानी शिमला में सोमवार देर रात नवबहार से राजभवन की ओर रामचंद्रा चौक के पास भूस्खलन हुआ। मलबा और पेड़ गिरने से सड़क पूरी तरह बंद हो गई। इस दौरान तीन से चार सरकारी आवासीय भवन प्रभावित हुए। एहतियातन 35 से 40 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया।
मंडी में भारी तबाही
मंडी जिले की चौहारघाटी में बीती रात और मंगलवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया। शिल्हबुधाणी और तरस्वाण पंचायतों में छह फुटब्रिज, एक वाहन, एक दुकान और सैकड़ों बीघा निजी भूमि बह गई। किसानों और बागवानों को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। एसडीएम पधर सुरजीत सिंह के अनुसार राजस्व और लोक निर्माण विभाग की टीमें मौके पर राहत कार्य में जुटी हैं। पधर उपमंडल के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है।
कांगड़ा में पौंग डैम से पानी छोड़ा गया
कांगड़ा जिले में पौंग डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद बीबीएमबी प्रशासन ने मंगलवार को 59,835 क्यूसेक पानी छोड़ा। बुधवार से यह मात्रा बढ़ाकर 75 हजार क्यूसेक की जाएगी। निचले क्षेत्रों को अलर्ट कर दिया गया है और लोगों से नदी किनारे न जाने की अपील की गई है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में 25 अगस्त तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। लगातार हो रही वर्षा से भूस्खलन, बादल फटने और नदियों-नालों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और आपात स्थिति में तुरंत स्थानीय प्रशासन से संपर्क करने की अपील की है।
👉 मॉनसून का प्रकोप हिमाचल पर भारी पड़ रहा है और पहाड़ों में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।