नई दिल्ली, 23 जुलाई 2025:
अंतर्राष्ट्रीय मास्टर दिव्या देशमुख ने फिडे महिला विश्व शतरंज कप 2025 के सेमीफाइनल में शानदार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने चीन की पूर्व विश्व चैंपियन झोंगयी तान को दूसरे गेम में हराकर मिनी-मैच 1.5-0.5 से जीत लिया और फाइनल में प्रवेश कर लिया।
इस जीत के साथ ही 18 वर्षीय दिव्या महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय महिला शतरंज खिलाड़ी बन गई हैं। यह टूर्नामेंट 2026 में आयोजित होगा, जिसमें मौजूदा विश्व चैंपियन वेनजुन जू को चुनौती देने वाली खिलाड़ी तय होगी।
शानदार अभियान: झू, हरिका और अब झोंगयी को हराया
दिव्या देशमुख ने अपने अभियान में पहले चीन की दूसरी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी ज़ोनर झू को हराया, फिर क्वार्टर फाइनल में भारत की ग्रैंडमास्टर डी. हरिका को हराकर सबका ध्यान खींचा। अब सेमीफाइनल में उन्होंने अनुभवी झोंगयी तान को मात देकर फाइनल का टिकट कटाया।
उनका खेल उनके बढ़ते शतरंज कौशल और रणनीतिक सोच का परिचायक रहा। उन्होंने अलापिन सिसिलियन ओपनिंग के ज़रिए सफेद मोहरों से खेलते हुए सटीक चालों और समय पर किए गए पीस एक्सचेंज से निर्णायक बढ़त बनाई।
101 चालों का ऐतिहासिक मुकाबला
झोंगयी को मध्य खेल में कुछ अवसर मिले, लेकिन वह उनका लाभ नहीं उठा पाईं। जैसे-जैसे खेल अंतिम चरण में पहुंचा, दिव्या ने बढ़त मजबूत की और एक बाहरी पास मोहरा हासिल कर जीत सुनिश्चित की। यह मुकाबला 101 चालों तक चला, जो इस टूर्नामेंट के सबसे लंबे मैचों में से एक रहा।
कोनेरू हम्पी का सेमीफाइनल मुकाबला ड्रॉ
दूसरे सेमीफाइनल में भारत की शीर्ष ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी ने चीन की शीर्ष वरीयता प्राप्त टिंगजी लेई के खिलाफ मुकाबला ड्रॉ खेला। हम्पी ने सफेद मोहरों से खेलते हुए स्लाव डिफेंस का सामना किया और एक्सचेंज वेरिएशन अपनाया।
हालांकि उन्हें एक अतिरिक्त मोहरा मिला, लेकिन स्थिति में निर्णायक बढ़त नहीं मिल सकी और मैच 75 चालों के बाद ड्रॉ पर समाप्त हुआ। अब हम्पी और लेई के बीच टाई-ब्रेकर मुकाबला खेला जाएगा।
मुख्य बिंदु:
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दिव्या देशमुख बनीं कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय
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पूर्व चैंपियन झोंगयी तान को हराकर फाइनल में प्रवेश
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फाइनल में पहुंचना ही कैंडिडेट्स में प्रवेश की गारंटी
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हम्पी और लेई के बीच अब टाई-ब्रेकर मुकाबला बाकी