नई दिल्ली – भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 2025 में होने वाले एशिया कप टूर्नामेंट से भारतीय क्रिकेट टीम को हटाने का फैसला किया है। यह निर्णय एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) को आधिकारिक रूप से सूचित कर दिया गया है।
BCCI का यह कदम पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। वर्तमान में पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ACC के अध्यक्ष हैं और PCB की भी कमान उनके ही हाथों में है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई ने हालिया राजनीतिक और कूटनीतिक तनाव के कारण यह निर्णय लिया है। बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत भविष्य में ACC द्वारा आयोजित किसी भी टूर्नामेंट में भाग नहीं लेगा।
“यह सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि देश की भावना का मामला है,” – BCCI सूत्र
BCCI ने महिला इमर्जिंग एशिया कप से भी नाम वापस ले लिया है, जो अगले महीने श्रीलंका में आयोजित होना था। इसके साथ ही सितंबर 2025 में होने वाले पुरुष एशिया कप टूर्नामेंट से भी भारत हट चुका है।
आयोजन पर संकट के बादल
इस फैसले के बाद एशिया कप 2025 पर गंभीर संकट खड़ा हो गया है। टूर्नामेंट के प्रमुख स्पॉन्सर्स भारत से हैं, और भारत-पाक मुकाबलों की अनुपस्थिति में ब्रॉडकास्टर्स की रुचि घट सकती है।
गौरतलब है कि Sony Pictures Network India ने 2024 में 170 मिलियन डॉलर में आगामी आठ वर्षों के लिए ब्रॉडकास्टिंग राइट्स खरीदे थे। यदि भारत टूर्नामेंट से बाहर रहता है, तो यह डील फिर से बातचीत के दायरे में आ सकती है।
किसे होगा नुकसान?
ACC के पाँच फुल टाइम मेंबर्स – भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और अफगानिस्तान को 15-15% ब्रॉडकास्टिंग रेवेन्यू मिलता है। भारत की अनुपस्थिति में इस राजस्व में भारी गिरावट तय है। साथ ही, एसोसिएट और एफिलिएट देशों को मिलने वाली राशि भी प्रभावित होगी।