छत्तीसगढ़ में सर्दी ने इस बार समय से पहले ही जोर पकड़ लिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) रायपुर केंद्र की बुधवार रात जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 5 डिग्री तक नीचे पहुंच गया है। कई जिलों में सुबह और शाम कड़ाके की ठंड महसूस की जा रही है और आने वाले दिनों में सर्दी और बढ़ने का अनुमान है।
तापमान में अचानक गिरावट, कई शहरों में रिकॉर्ड ठंड
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दुर्ग में न्यूनतम तापमान 8.0°C दर्ज किया गया, जो इस मौसम का सबसे ठंडा स्तर है।
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अंबिकापुर, पेंड्रा रोड और सरगुजा क्षेत्र के अन्य इलाकों में भी तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर भारत से आ रही शुष्क और ठंडी हवाएँ प्रदेश में तेजी से ठंड बढ़ाने का कारण बन रही हैं, जिससे लोगों को अगले कुछ दिनों तक और कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है।
स्कूलों को लेकर निर्देश जारी, टाइमिंग बदल सकती है
ठंड का सीधा असर स्कूली बच्चों पर न पड़े, इसे ध्यान में रखते हुए लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी संभागीय संयुक्त संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
जारी पत्र में कहा गया है कि—
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शीतलहर की चेतावनी मिलने पर
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या अत्यधिक ठंड की स्थिति होने पर
स्कूलों के समय में आवश्यक परिवर्तन किए जाएं।
अभिभावकों के बढ़ती चिंता को देखते हुए आने वाले दिनों में कई जिलों में स्कूल टाइमिंग बदलने की संभावना बढ़ गई है, खासकर सुबह की शिफ्ट वाले स्कूलों में।
अगले 3–5 दिनों में और गिरेगा तापमान
IMD की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में आने वाले तीन से पाँच दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन न्यूनतम तापमान लगातार कम होता जाएगा।
इस कारण प्रशासन, शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर हैं।
बढ़ती सर्दी से जनजीवन प्रभावित होने लगा है और विशेषज्ञों ने लोगों को सुबह और शाम बाहर निकलते समय विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।