उत्तराखंड अभी उत्तरकाशी की त्रासदी से उबर भी नहीं पाया था कि शुक्रवार देर रात चमोली जिले के थराली क्षेत्र में बादल फटने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इस आपदा में कई घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं, एसडीएम आवास तक मलबा पहुंच गया और कई सड़कें बंद हो गईं। प्रशासन के अनुसार, एक युवती की मौत हो गई है जबकि एक व्यक्ति अब भी लापता है।
बड़े अपडेट्स
1. राहत-बचाव अभियान जारी
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य के नेतृत्व में SDRF, NDRF, दमकल और सिंचाई विभाग की टीमें मौके पर डटी हुई हैं। झील में पानी निकालने के लिए राफ्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि दलदली हालात के चलते अब तक पूरा बहाव सुनिश्चित नहीं हो सका है।
2. जान-माल का नुकसान
ADM विवेक प्रकाश ने बताया कि बाढ़ और मलबे की वजह से चमोली में भारी नुकसान हुआ है। सगवाड़ा गांव की 20 वर्षीय युवती कविता मलबे में दब गई और जोशी नामक एक व्यक्ति लापता है। दर्जनों घर प्रभावित हुए हैं जबकि एक दर्जन से ज्यादा दुकानें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।
3. एसडीएम आवास और बाजार प्रभावित
थराली बाजार और कोटदीप थराली परिसर में भारी मलबा भर गया है। कई घरों और दुकानों में पानी और मलबा घुस गया। एसडीएम आवास को भी नुकसान पहुंचा है। चेपड़ों बाजार में कुछ दुकानें पूरी तरह मलबे में दब गई हैं।
4. मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, नैनीताल, अल्मोड़ा और उधम सिंह नगर में गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
5. मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है और वह स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। सीएम ने प्रभावित परिवारों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
सड़कों पर भी आफत
-
पिंडर नदी के पास तक मलबा पहुंच गया है।
-
कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग मिंग गधेरा के पास बंद हो गया है।
-
थराली-सगवाड़ और डुंगरी मार्ग भी यातायात के लिए बंद कर दिए गए हैं।
-
सरकार ने तीन विकास खंडों में स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।