गाज़ीपुर, 12 सितंबर 2025 – समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गाज़ीपुर जिले के नोनहरा थाने में हुए पुलिस लाठीचार्ज को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा की आपसी और अंदरूनी लड़ाई का खामियाज़ा आम कार्यकर्ता क्यों भुगते। साथ ही उन्होंने पुलिस की कार्यशैली और प्रशासनिक उदासीनता पर सवाल उठाए।
अखिलेश यादव ने शुक्रवार को अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “अब तक उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की पुलिस हिरासत में मौत का रिकॉर्ड बनाती रही, अब उसके अपने ही लोग इसका शिकार हो रहे हैं। जब अपने लोग मारे जा रहे हैं, तब भाजपा को उन निर्दोषों का दर्द समझ आया है जिन्हें वर्षों से अन्याय का सामना करना पड़ा।”
उन्होंने आगे कहा कि “हर मृतक किसी भी राजनीतिक दल से पहले देश का नागरिक और एक इंसान है। ऐसी मौतों के लिए पुलिस की घोर निंदा करनी चाहिए और उससे भी अधिक उन लोगों की, जिन्होंने ऐसे कुकृत्यों को बढ़ावा दिया है। साथ ही यह सवाल भी उठता है कि आखिर किसके इशारे पर पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं और सहयोगियों पर प्रहार कर रही है?”
यह घटना गाज़ीपुर जिले के नोनहरा थाने में मंगलवार रात धरने के दौरान हुई थी, जिसमें भाजपा कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय उर्फ जोखू (35) की कथित रूप से पुलिस लाठीचार्ज के बाद घायल होकर गुरुवार तड़के मृत्यु हो गई। मृतक रुकुंदीपुर गांव का निवासी था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए गाज़ीपुर पुलिस अधीक्षक डॉ. इराज राजा ने 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसमें नोनहरा थाने के प्रभारी निरीक्षक सहित एक उप निरीक्षक, एक मुख्य आरक्षी और तीन आरक्षियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा दो उप निरीक्षकों और तीन आरक्षियों को लाइन हाजिर किया गया है।
अखिलेश यादव के आरोपों और पुलिस की कार्रवाई के बीच राजनीतिक गलियारों में इस मुद्दे को लेकर सियासत गर्म है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन और सरकार इस घटना पर किस तरह से आगे की कार्रवाई करती है।