आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में धर्मांतरण के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। शाहगंज थाना क्षेत्र में रविवार को आयोजित होने वाली कथित धर्मसभा के नाम पर हिंदुओं को बहकाने और देवी-देवताओं की पूजा से दूर करने का आरोप सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में 5 महिलाओं सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कैसे हुआ खुलासा?
पुलिस के अनुसार, शाहगंज के एक मोहल्ले में स्थित घर में हर रविवार धर्मसभा होती थी। इसमें बाहर से लोग बुलाए जाते और आसपास के गरीब हिंदुओं को शामिल कराया जाता। उनकी समस्याएं पूछी जातीं और उन्हें गरीबी व बीमारी से मुक्ति दिलाने का दावा कर धर्म बदलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता।
एक महीने तक चली गुप्त जांच में महिला पुलिसकर्मी भी धर्मसभा में शामिल हुईं। आरोपितों ने उन्हें भी धर्म परिवर्तन के लिए तैयार करने की कोशिश की और शारीरिक कष्ट दूर करने का आश्वासन दिया। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रविवार को छापा मारा और 11 लोगों को हिरासत में लिया।
शिकायत पर हुई कार्रवाई
इस मामले की शिकायत भाजपा नेता सुनील करमचंदानी और घनश्याम हेमलानी ने उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय से की थी। मामला पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार तक पहुंचने के बाद विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया। जांच टीम ने सभी साक्ष्य जुटाने के बाद आरोपितों को गिरफ्तार किया।
पुलिस की कार्रवाई
एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि 11 आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। उनके खिलाफ धर्म परिवर्तन कराने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
👉 यह घटना एक बार फिर से राज्य में चल रहे धर्मांतरण गैंग के नेटवर्क पर गंभीर सवाल खड़े करती है।