विदिशा (मध्यप्रदेश) – केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर अपने पुराने अंदाज़ में जनता से जुड़ने की तैयारी में हैं। करीब 25 साल बाद वह फिर से पदयात्रा पर निकलने जा रहे हैं, और इस बार भी मंच है विदिशा का वही संसदीय क्षेत्र, जिसने उन्हें "पांव-पांव वाले भैया" का नाम दिया था।
पदयात्रा की शुरुआत – 25 मई से
शिवराज सिंह चौहान की यह नई पदयात्रा 25 मई 2025 से शुरू होगी। इस अभियान का उद्देश्य है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर और विकसित भारत' के संकल्प को जमीनी स्तर पर पहुंचाना। यात्रा हफ्ते में दो दिन निकाली जाएगी और यह विदिशा लोकसभा क्षेत्र की सभी विधानसभा सीटों को कवर करेगी।
हर गांव तक पहुंचने का प्रयास
इस दौरान शिवराज हर बार 20 से 25 किमी की दूरी पैदल तय करेंगे। गांव-गांव जाकर वे लोगों से संवाद करेंगे, सरकारी योजनाओं की जानकारी देंगे, पात्र लोगों को लाभ दिलवाने की कोशिश करेंगे, और स्थानीय समस्याओं का मौके पर समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश भी देंगे।
1991 की यादें फिर ताजा
1991 में शिवराज सिंह चौहान ने इसी विदिशा संसदीय क्षेत्र में पहली बार पदयात्रा की थी। उन्होंने तब पूरा क्षेत्र पैदल नापा था, जिसके बाद उन्हें "पांव-पांव वाले भैया" कहा जाने लगा। यही यात्रा उनके राजनैतिक जीवन का मील का पत्थर साबित हुई।