पटना, 1 सितंबर 2025।
बिहार की राजधानी पटना सोमवार को विपक्षी दलों के बड़े शक्ति प्रदर्शन का गवाह बनी। इंडिया गठबंधन की ओर से आयोजित वोटर अधिकार यात्रा का समापन गांधी मैदान स्थित गांधी प्रतिमा से लेकर अंबेडकर पार्क तक मार्च के साथ हुआ।
मार्च सुबह 10:50 बजे गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद शुरू हुआ और एसपी वर्मा रोड, डाकबंगला चौराहा होते हुए दोपहर करीब सवा बारह बजे नेहरू पथ स्थित अंबेडकर पार्क पहुँचा। यहां राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और अन्य विपक्षी नेताओं ने सभा को संबोधित किया। सभा का समापन ढाई बजे तक हुआ।
कौन-कौन नेता रहे शामिल
इस मार्च में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के साथ कई राष्ट्रीय व क्षेत्रीय दलों के नेता शामिल हुए। इनमें भाकपा महासचिव डी. राजा, माकपा महासचिव एम.ए. बेबी, भाकपा माले के दीपंकर भट्टाचार्य, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिग्विजय सिंह, अशोक गहलोत, डिंपल यादव, सुप्रिया सुले, संजय राउत और अन्य नेता मौजूद रहे। कांग्रेस शासित राज्यों के कई मंत्री भी पटना पहुँचे।
प्रशासन और सियासी बयानबाज़ी
पटना जिला प्रशासन ने मार्च की अनुमति केवल डाकबंगला चौराहा तक ही दी थी। इसके बावजूद विपक्ष ने अंबेडकर पार्क तक पहुँचकर अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया।
इस बीच भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस और राजद के बीच आंतरिक मतभेद हैं और महागठबंधन में "महाफूट" है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में कांग्रेस "जीरो पर आउट" हो जाएगी।
वहीं, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने इस यात्रा को "नौटंकी" करार देते हुए विपक्ष को लोकतंत्र का दुश्मन बताया।
पटना में राजनीतिक माहौल
वोटर अधिकार मार्च को लेकर पूरे पटना में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए थे। सुबह से ही महागठबंधन के कार्यकर्ता सड़कों पर दिखे। महिला और पुरुष कार्यकर्ताओं का जत्था गांधी मैदान की ओर बढ़ता नजर आया।
विश्लेषकों का मानना है कि यह यात्रा विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन का शक्ति प्रदर्शन है, जिसके जरिए वोटर सत्यापन प्रक्रिया के खिलाफ जनता को संदेश दिया गया।