पटना, 3 सितम्बर 2025:
बिहार की सियासत में चुनावी हलचल तेज़ है और नेता लगातार एक-दूसरे पर हमलावर हो रहे हैं। विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कविता के माध्यम से राज्य सरकार पर करारा वार किया।
कविता के जरिए निशाना
तेजस्वी यादव ने अपनी कविता में बिहार की बदहाल स्थिति को लेकर सरकार को घेरा। उन्होंने लिखा:
“गांव की गलियों में अंधेरा, सड़कें टूटीं,
धंधा है मंदा, रोजगार का सपना है अंधा।
रेलें लेट, किसान परेशान,
युवाओं का टूटा अरमान।”
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार की धरती दुख में डूबी हुई है और अब पूरे राज्य में बदलाव की आवाज बुलंद हो रही है।
भ्रष्टाचार पर गंभीर आरोप
तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार को “संस्थागत प्रश्रय” देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के विभाग में तैनात एक इंजीनियर के घर से 13 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। जांच में सामने आया कि वह इंजीनियर करीब 500 करोड़ रुपये की संपत्ति का मालिक है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि दूसरे मामले में, आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम जब आठ घंटे तक एक इंजीनियर के घर के बाहर तैनात रही, तो उस दौरान उसने 10 करोड़ रुपये के नोट जला दिए।
ग्लोबल टेंडरिंग पर सवाल
तेजस्वी ने ग्लोबल टेंडरिंग की प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि इसमें भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हो रही हैं।
विपक्ष का पलटवार
तेजस्वी की यह कविता और आरोप बिहार में राजनीतिक माहौल को और गरमाने वाले साबित हो रहे हैं। विपक्ष लगातार सरकार पर भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी और विकास कार्यों की धीमी रफ़्तार के लिए निशाना साध रहा है।