बिहार में राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मंत्रिपरिषद की अंतिम बैठक के तुरंत बाद राजभवन जाकर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को औपचारिक इस्तीफा सौंप दिया। इसके साथ ही राज्य में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया में तेजी आ गई है।
17वीं विधानसभा के भंग होने के बाद नीतीश कुमार ने इस्तीफा प्रस्तुत किया। माना जा रहा है कि वे 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियाँ शुरू कर दी गई हैं।
राजभवन में आधे घंटे की मुलाकात
कैबिनेट बैठक समाप्त होने के बाद नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और मंत्री विजय चौधरी के साथ राजभवन पहुंचे। लगभग आधे घंटे तक तीनों नेताओं की राज्यपाल से मुलाकात चली। इसके बाद मुख्यमंत्री ने औपचारिक इस्तीफा सौंपा।
नई सरकार के गठन तक नीतीश कुमार ही कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में दायित्व संभालते रहेंगे।
कैबिनेट की अंतिम बैठक में तीन प्रस्ताव पास
जेडीयू नेता और मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि अंतिम मंत्रिपरिषद बैठक में तीन महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुए:
1. विधानसभा भंग करने की अनुशंसा
कैबिनेट ने 17वीं बिहार विधानसभा को 19 नवंबर से भंग करने की सिफारिश की। यह अनुशंसा मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल को भेज दी गई है।
2. पदाधिकारियों और कर्मचारियों के कार्य की सराहना
पूरे कार्यकाल में राज्य के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा नीति क्रियान्वयन में दिए गए सहयोग की कैबिनेट ने प्रशंसा की।
3. चुनाव में एनडीए की जीत पर आभार प्रस्ताव
हालिया विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिले प्रचंड बहुमत के लिए मंत्रिपरिषद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई एवं आभार व्यक्त किया।
विजय कुमार चौधरी ने स्पष्ट किया कि बैठक में इन्हीं तीन प्रस्तावों पर चर्चा हुई और इससे आगे कोई निर्णय नहीं लिया गया।
एनडीए विधायक दल की बैठक आज संभव
सूत्रों के मुताबिक, मंगलवार को पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी, जिसके बाद एनडीए विधायक दल की बैठक होने की संभावना है। शाम तक नीतीश कुमार सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए फिर राजभवन जा सकते हैं।