📍 नई दिल्ली/इस्लामाबाद,
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच ईरान ने कूटनीतिक सक्रियता तेज़ कर दी है।
ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अरागची सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद पहुंचे, जहां उन्होंने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, और उप विदेश मंत्री इशाक डार से मुलाकात की।
ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघाई ने बयान जारी करते हुए कहा कि यह यात्रा तेहरान द्वारा क्षेत्रीय तनाव कम करने के प्रयासों का हिस्सा है। अरागची इस सप्ताह के अंत तक भारत की यात्रा पर भी आएंगे।
भारत सख्त रुख पर कायम – राजनाथ सिंह की दो टूक
दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ा बयान देते हुए कहा:
“दुश्मन को उसी की भाषा में जवाब मिलेगा। जो भी देश की ओर आंख उठाएगा, उसे मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
PM मोदी की सैन्य कमांड से लगातार बैठकें
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सरकार लगातार एक्शन मोड में है।
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3 मई को प्रधानमंत्री ने नेवी चीफ एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी से मुलाकात की और उन्हें अरब सागर में चल रही गतिविधियों पर विस्तृत जानकारी दी गई।
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4 मई को उन्होंने एयर चीफ मार्शल एपी सिंह से भी रक्षा तैयारियों को लेकर अहम चर्चा की।
हालांकि इन बैठकों के ब्योरे सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन सूत्रों के अनुसार सीमा पर जारी तनाव और आतंकी खतरे को लेकर उच्च स्तरीय रणनीति बनाई जा रही है।
सीमा पर फायरिंग की घटनाएं, सेना अलर्ट मोड में
जानकारी के अनुसार सीमा पर रुक-रुक कर गोलीबारी की घटनाएं सामने आ रही हैं। सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है और सभी मोर्चों पर तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं।
क्या ईरान की पहल से घटेगा भारत-पाक तनाव?
अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि क्या ईरान की कूटनीतिक पहल भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव को कम करने में सफल होगी। ईरानी विदेश मंत्री की भारत यात्रा इस हफ्ते होनी तय है, जो दोनों देशों के दृष्टिकोण को समझने में अहम मानी जा रही है।