अहमदाबाद – गुरुवार को गुजरात के अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे में अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। एयर इंडिया का यह बोइंग 787-8 विमान लंदन के लिए रवाना होते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार 242 यात्रियों में से सिर्फ एक यात्री, ब्रिटिश नागरिक विश्वास रमेश कुमार, जीवित बच पाए, जबकि 241 लोगों की मौत हो गई।
हैरान कर देने वाली बात यह है कि मरने वालों में से 24 लोग ऐसे थे जो विमान में सवार ही नहीं थे। दरअसल, दुर्घटना का शिकार हुआ यह विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद बीजे मेडिकल कॉलेज, अहमदाबाद के डॉक्टरों के हॉस्टल पर गिरा, जिससे वहां मौजूद कई छात्रों और स्टाफ की जान चली गई।
डॉक्टर्स हॉस्टल में तबाही: MBBS स्टूडेंट्स और डॉक्टर भी शिकार
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) के मुताबिक इस हादसे में:
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5 एमबीबीएस स्टूडेंट्स
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1 पीजी रेजिडेंट डॉक्टर
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और बीजे मेडिकल कॉलेज के एक सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर की पत्नी
की मौत हो चुकी है। साथ ही 60 से ज्यादा मेडिकल छात्र घायल हुए हैं। FAIMA के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दिव्यांश सिंह ने बताया कि कई शव पूरी तरह से जले हुए मिले हैं और मलबे में अभी भी लोगों के दबे होने की आशंका है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
कैसे हुआ हादसा?
एअर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दोपहर 1:38 बजे उड़ान भरी थी। लेकिन कुछ ही मिनटों बाद विमान ने संतुलन खो दिया और एयरपोर्ट से थोड़ी ही दूरी पर स्थित मेघाणी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल भवन पर गिर गया, जिससे आग लग गई और भवन का एक हिस्सा पूरी तरह नष्ट हो गया।
हादसे के समय हॉस्टल परिसर में दोपहर का भोजन चल रहा था, जिस कारण अधिकतर छात्र और डॉक्टर मौजूद थे।
प्रशासन और नेताओं की प्रतिक्रिया
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले ही दिन सुबह अहमदाबाद पहुंचकर मौके का निरीक्षण किया और सिविल अस्पताल में घायल छात्रों और जीवित बचे एकमात्र यात्री से मुलाकात की।
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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और FAIMA दोनों ने हादसे पर गहरा शोक जताया है।
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इस फ्लाइट में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता विजय रूपाणी भी सवार थे, जिनकी मृत्यु की भी पुष्टि हो चुकी है।
अभी तक क्या मिला?
विमान का ब्लैक बॉक्स, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर खोजने का काम तेज़ी से जारी है। इन डिवाइसेज़ के मिलने के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि विमान ने संतुलन क्यों खोया और दुर्घटना से पहले के अंतिम क्षणों में कॉकपिट में क्या हुआ।