देहरादून, उत्तराखंड। सोमवार देर रात राजधानी देहरादून में बादल फटने और भारी बारिश से व्यापक तबाही मच गई। पर्यटक स्थल सहस्रधारा और आसपास के इलाकों में कई होटल, दुकानें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए। तेज बहाव और मलबे के साथ आई बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं, जबकि राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
सहस्रधारा में भारी नुकसान
रात करीब 11:30 बजे बादल फटने से कार्लिगाड़ क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ। स्थानीय लोगों के अनुसार, तेज बहाव के साथ आई मिट्टी और मलबे ने 7-8 दुकानों को पूरी तरह बहा दिया। आसपास के कई होटल भी क्षतिग्रस्त हुए। प्रशासन के मुताबिक, दो लोग लापता बताए जा रहे हैं। हालांकि अभी तक बड़े पैमाने पर जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है।
झाझरा और परवल में तबाही
झाझरा के पास परवल गांव में आसन नदी के तेज बहाव में आठ मजदूर लापता हो गए। एक ट्रैक्टर और स्कूटी भी बह गई। वहीं नंदा की चौकी का पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। प्रभावित इलाकों में जेसीबी और भारी मशीनरी लगाकर राहत कार्य शुरू कर दिया गया है।
स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए देहरादून के जिलाधिकारी ने जिले के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी की घोषणा की है। आज 12वीं तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य के लिए अलर्ट पर हैं और प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
जलभराव और अन्य समस्याएँ
मूसलाधार बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। मोहनी रोड, पूरन बस्ती, बलबीर रोड, भगत सिंह कॉलोनी, संजय कॉलोनी आदि में घरों और दुकानों में पानी घुस गया। मालदेवता में सौंग नदी ऊफान पर है, जिससे रिसॉर्ट और होटलों में मलबा और पानी भर गया। आईटी पार्क के पास हाल ही बनी सड़क टूट गई है, जबकि अधोईवाला और अपर राजीवनगर में बिजली का ट्रांसफार्मर बह गया है। एक पुल टूटने की सूचना भी मिली है। नगर निगम की टीम विभिन्न क्षेत्रों में राहत कार्य कर रही है।
प्रशासन की अपील
ग्राम प्रधान राकेश जावड़ी ने बताया कि कार्लिगाड़ में बादल फटने के बाद मलबे ने पूरे बाजार क्षेत्र को प्रभावित कर दिया। प्रशासन ने लोगों से एहतियात बरतने, घरों में सुरक्षित रहने और अनावश्यक बाहर न निकलने की अपील की है। लापता लोगों की तलाश जारी है और राहत कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही।