रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस आज सोमवार को राज्य के 33 जिलों में दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चक्काजाम करेगी। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, बस्तर और सरगुजा संभाग में नेशनल हाईवे और प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक प्रभावित रहेगा।
इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, टीएस सिंहदेव समेत पार्टी के शीर्ष नेता भाग लेंगे। कांग्रेस ने 12 जिलों में चक्काजाम को सफल बनाने के लिए वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी नियुक्त किया है।
प्रमुख मार्गों पर असर: कहां-कहां होगा चक्काजाम?
रायपुर:
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VIP रोड श्रीराम मंदिर चौक, करेंसी टावर, मैग्नेटो मॉल, धरसींवा, धनेली, तेलीबांधा, आरंग, तिल्दा, अभनपुर, खरोरा सहित 6 स्थानों पर हाईवे जाम होगा।
बिलासपुर:
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सकरी-पेंड्रीडीह फ्लाई ओवर के नीचे रायपुर-बिलासपुर NH पर कांग्रेस कार्यकर्ता नाकेबंदी करेंगे।
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विधायक अटल श्रीवास्तव, दिलीप लहरिया और अन्य नेता प्रदर्शन में रहेंगे।
अंबिकापुर:
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BTI के पास छत्तीसगढ़-बनारस हाईवे जाम किया जाएगा। ट्रैफिक डायवर्जन के लिए नवापारा रोड और इंडस्ट्रियल एरिया रोड वैकल्पिक मार्ग होंगे।
जगदलपुर:
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आमागुड़ा चौक पर विरोध प्रदर्शन होगा। विधायक लखेश्वर बघेल नेतृत्व करेंगे।
रायगढ़:
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कोतरा रोड ओवरब्रिज पर चक्काजाम। ट्रकों और डंपरों को रोका जाएगा। विधायक खरसिया, लैलूंगा, धरमजयगढ़ से शामिल हो सकते हैं।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही:
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दुर्गावती चौक और दत्तात्रेय के पास विरोध प्रदर्शन होगा।
एम्बुलेंस और स्कूली वाहनों को चक्काजाम से छूट दी गई है।
गिरफ्तारी की वजह: क्या है छत्तीसगढ़ शराब घोटाला?
18 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चैतन्य बघेल को भिलाई से गिरफ्तार किया।
ED का आरोप है कि:
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शराब घोटाले से मिली रकम में से ₹16.70 करोड़ चैतन्य को दिए गए।
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इन पैसों को रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश कर ब्लैक मनी को वाइट किया गया।
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चैतन्य बघेल ने इस घोटाले में 1000 करोड़ रुपए से अधिक की ब्लैक मनी की हैंडलिंग की।
रायपुर की स्पेशल कोर्ट ने चैतन्य को 22 जुलाई तक ED रिमांड पर भेजा है।
बचाव पक्ष का आरोप: "सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री का बेटा होने की सजा"
चैतन्य बघेल के वकील फैजल रिज़वी ने कहा कि:
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गिरफ्तारी का आधार सिर्फ शराब कारोबारी पप्पू बंसल का बयान है, जो स्वयं फरार है।
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चैतन्य को कभी समन नहीं भेजा गया, उन्होंने जांच में पूरा सहयोग किया।
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मार्च 2025 में उनके डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए गए थे।
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यह गिरफ्तारी राजनीतिक दबाव में की गई है।
शराब घोटाले में कौन-कौन नामजद?
ED की चार्जशीट के अनुसार:
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IAS अधिकारी अनिल टुटेजा,
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आबकारी विभाग के MD एपी त्रिपाठी,
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कारोबारी अनवर ढेबर,
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और नितेश पुरोहित,
सिंडिकेट बनाकर इस घोटाले को अंजाम दिया।