बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच पटना में NDA की एक अहम बैठक बुलाई गई, लेकिन सीट बंटवारे पर सहमति बनती नहीं दिख रही।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में जदयू (JDU) और भाजपा (BJP) के शीर्ष नेता मौजूद रहे, जबकि अन्य सहयोगी दल—चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (LJP), जितेंद्र राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) और उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा (RLSP) — बैठक में शामिल नहीं हो पाए।
जानकारी के अनुसार, जितेंद्र मांझी इस समय असम के सरकारी दौरे पर हैं, जबकि चिराग पासवान अपने पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान की बरसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए खगड़िया में हैं। वहीं, उपेंद्र कुशवाहा दिल्ली में हैं और उनकी उपस्थिति को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एनडीए के अंदर सीट बंटवारे को लेकर मतभेद अभी भी बरकरार हैं। जदयू और भाजपा के बीच बातचीत जारी है, लेकिन अन्य घटक दलों की गैरमौजूदगी के चलते किसी ठोस निर्णय पर पहुंचना मुश्किल हो रहा है।
चुनाव आयोग द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद सभी दल अपनी-अपनी रणनीति तय करने और उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। वहीं, विपक्षी महागठबंधन भी सीट बंटवारे को लेकर अंतिम निर्णय तक पहुंचने की कोशिश में है।
सूत्रों का कहना है कि एनडीए की अगली बैठक जल्द ही दोबारा बुलाई जाएगी, जब सभी घटक दलों के नेता मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि अगली बैठक में चुनावी रणनीति और प्रत्याशियों की घोषणा पर बड़ा फैसला हो सकता है।
राजनीतिक हलकों में अब यही चर्चा है कि बिहार की सियासत में आने वाले कुछ हफ्ते बेहद निर्णायक साबित होंगे — क्योंकि सीट बंटवारे का फार्मूला ही यह तय करेगा कि NDA और महागठबंधन में से कौन बहुमत की ओर बढ़ेगा।