नई दिल्ली, 23 अक्टूबर 2025:
अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर बढ़ते आशावाद के बीच, गुरुवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे मजबूत होकर 87.80 पर खुला। विदेशी पूंजी प्रवाह, घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुझान और निवेशकों की जोखिम-आधारित धारणा ने रुपया को मजबूती प्रदान की।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया आज 87.80 प्रति डॉलर पर खुला, जो पिछले सत्र के 87.93 के बंद भाव से 13 पैसे की बढ़त दर्शाता है। इससे पहले सोमवार, 20 अक्टूबर को रुपया 9 पैसे की तेजी के साथ बंद हुआ था। दिवाली और बलिप्रतिपदा के कारण मंगलवार और बुधवार को विदेशी मुद्रा बाजार बंद रहे।
अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता से निवेशकों में उत्साह
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख एवं कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा,
“अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर आशावाद के चलते रुपया मजबूती से खुला है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत रूसी तेल की खरीद में कमी लाएगा और जल्द ही एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर हो सकते हैं, जिसमें भारत पर लगने वाले टैरिफ को 50 प्रतिशत से घटाकर 16 प्रतिशत किया जाएगा।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में फोन पर व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बनाने पर सहमति जताई।
ट्रंप ने इस बातचीत के बाद कहा कि भारत-अमेरिका संबंध “शानदार” हैं और दोनों देश “महान सौदों” पर काम कर रहे हैं।
बाजार पर असर और वैश्विक संकेत
भंसाली ने आगे कहा कि बाजार की धारणा अभी भी सतर्क बनी हुई है, क्योंकि निवेशक वैश्विक आर्थिक आंकड़ों, अमेरिकी नीतिगत संकेतों और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के रुख पर नज़र बनाए हुए हैं।
इसी बीच, डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.15 प्रतिशत बढ़कर 99.04 पर पहुंच गया।
वैश्विक तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड का वायदा मूल्य भी 2.64 प्रतिशत उछलकर 64.24 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
घरेलू शेयर बाजार में जोरदार तेजी
विदेशी मुद्रा बाजार में मजबूती के साथ-साथ घरेलू शेयर बाजारों में भी सकारात्मक रुख देखने को मिला।
बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 734 अंक की बढ़त के साथ 85,160.70 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 198 अंकों की तेजी के साथ 26,066.90 पर कारोबार कर रहा था।
रूस से तेल खरीद पर अमेरिका-भारत रुख
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि भारत ने रूस से तेल की खरीद को धीरे-धीरे घटाने और वर्ष के अंत तक इसे “लगभग शून्य” स्तर तक लाने पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि यह एक प्रक्रिया है और इसमें कुछ समय लगेगा, लेकिन यह दोनों देशों के बीच सहयोग का सकारात्मक संकेत है।