भोपाल। बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी और दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर बने दो अलग-अलग कम दबाव के क्षेत्रों का असर अब मध्य भारत, खासकर मध्य प्रदेश के मौसम पर साफ दिखने लगा है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 22 से 26 अक्टूबर के बीच प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश या बौछारें पड़ सकती हैं।
तमिलनाडु तट के पास बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी पर बना निम्न दबाव और अरब सागर के दक्षिण-पूर्व हिस्से में विकसित डिप्रेशन, दोनों के असर से मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने की संभावना जताई गई है।
इन जिलों में जारी हुआ येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और पांढुर्णा जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी दी है।
🔸 23 अक्टूबर: बड़वानी, बुरहानपुर, खरगौन और खंडवा में येलो अलर्ट।
🔸 24 अक्टूबर: बड़वानी, बुरहानपुर, खरगौन, खंडवा, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट में अलर्ट।
🔸 25 अक्टूबर: खरगौन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट और डिंडोरी जिलों में अलर्ट जारी।
🔸 26 अक्टूबर: बड़वानी, बुरहानपुर, खरगौन, खंडवा, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट में येलो अलर्ट प्रभावी रहेगा।
कुछ हिस्सों में हुई हल्की बारिश
बीते 24 घंटों में भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, जबलपुर और सागर संभाग के कुछ जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई, जबकि बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहा।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में इन कम दबाव प्रणालियों के कारण तेज हवाओं के साथ छिटपुट बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।