पटना। बिहार में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है। ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता (Superintending Engineer) विनोद कुमार राय के ठिकाने से जले हुए नोटों और करोड़ों की संपत्ति बरामद होने के मामले में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार और एनडीए पर करारा हमला बोला है।
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि जब आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम छापेमारी के लिए पहुंची, तब तक इंजीनियर ने करीब 10 करोड़ रुपये जला दिए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा – “जले हुए नोटों की राख से पाइप बंद हो गए, जबकि बचे-खुचे नोट बरामद किए गए। पूरा बिहार जानता है कि ग्रामीण कार्य विभाग का कौन मंत्री है। आजकल उसी विभाग की काली कमाई से वे हेलिकॉप्टर से उड़ रहे हैं।”
समस्तीपुर-सीतामढ़ी में जांच
ईओयू की पूछताछ में इंजीनियर ने ठेकेदारों और अन्य अधिकारियों के साथ गठजोड़ की बात स्वीकार की है। अब जांच की दिशा उनके पैतृक जिला समस्तीपुर और पदस्थापन स्थल सीतामढ़ी की ओर मुड़ गई है। दोनों जिलों में गठित टीमें आरोपों की जांच-पड़ताल कर रही हैं।
बीमारी का बहाना और रिमांड की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान अभियंता बीमारी का बहाना बनाकर सवालों से बचने की कोशिश कर रहे हैं। माना जा रहा है कि उनके पास अभी कई राज छिपे हैं। इसी कारण ईओयू न्यायालय से चार से पांच दिन की रिमांड मांगने की तैयारी में है। फिलहाल वे न्यायिक हिरासत में जेल में हैं।
आयकर विभाग और ईडी भी सक्रिय
इस मामले में अब आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी सक्रिय हो गए हैं। अभियंता के घर से मिली चल-अचल संपत्तियों और दस्तावेजों की जांच की जा रही है। टैक्स चोरी और अवैध आय का पता लगाने के लिए उनके आयकर रिटर्न और बैंक खातों की गहन जांच होगी।
बड़ी बरामदगी
पिछले हफ्ते पटना के अगमकुआं स्थित ठिकाने पर छापेमारी में 40 लाख रुपये नकद, बड़ी संख्या में जले हुए नोट, जमीन के दस्तावेज और सोने-चांदी के गहने बरामद किए गए थे। अभियंता विनोद कुमार राय फिलहाल मधुबनी में सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के पद पर तैनात हैं।