प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दिए जाने के विरोध में एनडीए ने गुरुवार को बिहार बंद का ऐलान किया। दरभंगा में महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान एक कांग्रेस नेता के मंच से पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गई थी। इसके खिलाफ भाजपा और एनडीए के सहयोगी दलों के कार्यकर्ता राज्यभर में सड़कों पर उतर आए।
राजधानी पटना में असर
राजधानी पटना में सुबह से ही डाकबंगला चौक और आयकर गोलंबर पर भाजपा और जेडीयू समेत एनडीए के कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए। इससे यातायात प्रभावित हुआ और दफ्तर जाने वाले लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।
सीवान और अन्य जिलों में स्थिति
सीवान में बंद का व्यापक असर देखने को मिला। यहां वाहन संचालन पूरी तरह ठप रहा और दुकानों के शटर बंद रहे। सड़कों पर टेम्पो और अन्य सार्वजनिक परिवहन भी बंद रहे। कई जिलों में सुबह से ही एनडीए कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह धरना देकर यातायात रोक दिया।
किरेन रिजिजू जाम में फंसे
पटना से राजगीर जा रहे केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी बंद के कारण जाम में फंस गए। हालांकि एनडीए कार्यकर्ताओं ने उन्हें पहचानने के बाद रास्ता दे दिया।
महागठबंधन की यात्रा पर विवाद
गौरतलब है कि आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी और वामपंथी दलों (सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई-एमएल) ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी। इसी दौरान कांग्रेस नेता के मंच से पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई, जिसके बाद एनडीए ने पांच घंटे के बिहार बंद का आह्वान किया।