पणजी, गोवा |
भारतीय समुद्री सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ करते हुए गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) ने भारतीय तटरक्षक बल के लिए पांचवां फास्ट पेट्रोल वेसल (FPV) 'अचल' सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। यह पोत अत्याधुनिक तकनीक से लैस है और समुद्री निगरानी, गश्ती और तटरक्षक अभियानों में अहम भूमिका निभाएगा।
दोहरे वर्ग प्रमाणन के तहत डिजाइन
'अचल' को अमेरिकन ब्यूरो ऑफ शिपिंग (ABS) और इंडियन रजिस्टर ऑफ शिपिंग (IRS) के दोहरे सर्टिफिकेशन स्टैंडर्ड्स के तहत डिज़ाइन और निर्मित किया गया है, जिससे इसकी मजबूती और अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता की पुष्टि होती है।
60% से अधिक स्वदेशी सामग्री
इस एफपीवी का निर्माण 60% से अधिक स्वदेशी उपकरणों और तकनीक से किया गया है। यह भारत सरकार की 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत देश की डिफेंस इंडस्ट्री को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
₹473 करोड़ की लागत और स्थानीय उद्योग को बढ़ावा
यह प्रोजेक्ट ₹473 करोड़ की लागत से पूरा किया गया है और इसके माध्यम से स्थानीय उद्योगों, विशेष रूप से एमएसएमई सेक्टर, को उल्लेखनीय बढ़ावा मिला है। जहाज निर्माण के दौरान कई कारखानों और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के विभिन्न विभागों को रोजगार और उत्पादन के अवसर मिले।
विशेषताएं:
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उच्च गति और फुर्तीले संचालन के लिए डिजाइन
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समुद्री सीमा की निगरानी, तस्करी रोकथाम और खोज एवं बचाव अभियानों में उपयोगी
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आधुनिक रडार, नेविगेशन सिस्टम और हथियार प्रणाली से सुसज्जित
गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित 'अचल' न केवल देश की सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाएगा, बल्कि स्वदेशी रक्षा उत्पादन क्षमता और नवाचार की दिशा में आत्मनिर्भरता का प्रतीक भी है।