पटना |
जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, राज्य की राजनीति में बयानबाज़ी तेज़ होती जा रही है। अब बहस का केंद्र बना है बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का विवादास्पद बयान, जिसमें उन्होंने कहा है कि "बिहार में अपराध और शराबखोरी के लिए लालू यादव के संस्कार जिम्मेदार हैं।"
दिलीप जायसवाल ने कहा कि बिहार में अपराध करने वाले लोग लालू प्रसाद यादव की सोच और संस्कृति से प्रभावित 'राक्षस' हैं। उन्होंने यह टिप्पणी भागलपुर के राजद जिलाध्यक्ष के वायरल वीडियो का हवाला देते हुए की, जिसमें वह कथित तौर पर शराब के नशे में दिखाई दे रहे हैं।
क्या बोले दिलीप जायसवाल
पटना में एक समाचार चैनल से बातचीत में जायसवाल ने कहा—
“राजद और उसके नेताओं की संस्कृति ही ऐसी है कि बिहार में अपराध और अवैध शराब के व्यापार को बढ़ावा मिल रहा है। सरकार एक अपराधी को हटाती है, तो लालू के संस्कार से सौ राक्षस पैदा हो जाते हैं।”
विपक्ष का पलटवार
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान के बाद सियासी हलकों में बवाल मच गया है।
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा:
“बीजेपी खुद राक्षसी प्रवृत्ति की पार्टी है, जो क्षेत्रीय दलों को खत्म करना चाहती है। जिनकी पार्टी का इतिहास दंगों से भरा हो, उन्हें लालू यादव जैसे जननेता पर टिप्पणी करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।”
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा:
“दिलीप जायसवाल के बयान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश से माफी मांगनी चाहिए। यह बयान लोकतंत्र और राजनीतिक गरिमा दोनों का अपमान है।”
चुनाव से पहले बयानबाज़ी का दौर तेज
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों में वाकयुद्ध और तीखे बयान अब आम हो चले हैं। हालांकि, ‘राक्षस’ जैसे शब्दों की एंट्री से राजनीतिक विमर्श का स्तर एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है।