ठाणे (महाराष्ट्र),
महाराष्ट्र के ठाणे ज़िले में सोमवार सुबह एक भीषण रेल हादसा हुआ जिसमें लोकल ट्रेन से गिरकर 5 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब कसारा की ओर जा रही लोकल ट्रेन और लखनऊ से मुंबई आ रही पुष्पक एक्सप्रेस एक ही समय पर मुंब्रा स्टेशन के पास से गुज़रीं।
फुटबोर्ड पर बैठना बना मौत की वजह
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, सभी यात्री लोकल ट्रेन के दरवाजे पर फुटबोर्ड (दहलीज) पर बैठे हुए थे। जब दोनों ट्रेनों की गति अधिक थी और एक-दूसरे के काफी करीब से गुज़रीं, तब ट्रेन की हवा के दबाव और झटके से यात्री असंतुलित होकर नीचे गिर पड़े।
रेलवे प्रवक्ता ने बताया:
“लोकल ट्रेन में अत्यधिक भीड़ थी। कई यात्री दरवाजे के पास लटके हुए या फुटबोर्ड पर बैठे थे। पास से गुजरती ट्रेन की हवा के झटके से वे गिर गए। मौके पर ही 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 अन्य को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।”
घायलों का इलाज जारी, मृतकों की पहचान हो रही
घायलों को तुरंत कलवा के छत्रपति शिवाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों की शिनाख्त प्रक्रिया जारी है। हादसे के बाद मुंब्रा और दिवा स्टेशनों के बीच कुछ समय के लिए लोकल सेवा बाधित रही।
भीड़भाड़ और सुरक्षा नियमों की अनदेखी बनी चिंता का कारण
मुंबई और ठाणे के बीच चलने वाली लोकल ट्रेनों में अक्सर अत्यधिक भीड़ देखी जाती है, खासकर सुबह और शाम के कार्यालय समय में। यात्रियों द्वारा ट्रेन के दरवाज़ों पर खड़े होकर या लटककर यात्रा करना आम हो गया है, जो बार-बार ऐसे जानलेवा हादसों का कारण बनता है।
रेलवे सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार,
"यह केवल भीड़ नहीं, बल्कि एक संस्कृति की कमी है कि लोग अपनी और दूसरों की जान खतरे में डालकर ट्रेनों में सफर करते हैं। ऐसे मामलों में जनजागरूकता और सख्त निगरानी जरूरी है।"
रेलवे का बयान और आगे की कार्रवाई
घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही लोकल ट्रेन सुरक्षा के नियमों को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई जाएगी।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
"हम यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है। यात्रियों से अपील है कि वे चलती ट्रेन में लटककर या फुटबोर्ड पर यात्रा न करें।"