अहमदाबाद (गुजरात):
भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा के दौरान शुक्रवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक नर हाथी अचानक बेकाबू होकर 100 मीटर तक दौड़ पड़ा। घटना सुबह करीब 10 बजे अहमदाबाद के खाड़िया इलाके में घटी, जब रथ यात्रा अपने तय मार्ग पर आगे बढ़ रही थी। तेज डीजे और सीटी की आवाज से घबराया हाथी बैरिकेड तोड़ते हुए एक संकरी गली की ओर भाग गया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। हालांकि, समय रहते वन विभाग और पशुपालन विभाग की टीमों ने स्थिति पर काबू पा लिया।
कैसे बेकाबू हुआ हाथी?
रथ यात्रा में सबसे आगे चल रहे 17 हाथियों के दल में से यह नर हाथी तेज आवाजों से उत्तेजित हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, DJ की तेज धुनें और सीटी की आवाजें हाथी के लिए असहनीय हो गईं और वह नियंत्रण खो बैठा। वह गली की ओर भागते समय बैरिकेड्स को तोड़ता हुआ कई लोगों को गिरा भी गया, हालांकि कोई गंभीर घायल नहीं हुआ।
मादा हाथियों से पाया गया नियंत्रण
वन विभाग के अधिकारी आर.के. साहू ने बताया कि बेकाबू हाथी को शांत करने के लिए दो मादा हाथियों की मदद ली गई। उनकी उपस्थिति से नर हाथी धीरे-धीरे शांत हुआ और उसे सुरक्षित स्थान पर बांध दिया गया। साहू ने कहा, "हाथी को काबू करने का सबसे प्रभावी तरीका है — उसे दूसरे हाथी से ही नियंत्रित करना।"
हाथियों की सेहत पर रखा जा रहा था पूरा ध्यान
रथ यात्रा में शामिल सभी हाथियों की 23 जून से नियमित स्वास्थ्य जांच हो रही थी। अहमदाबाद जिला पशुपालन विभाग के उप निदेशक सुकेतु उपाध्याय ने बताया कि सभी हाथियों को हेल्थ सर्टिफिकेट दिए गए थे और उनकी मानसिक स्थिति की भी जांच की गई थी।
टीम यह भी सुनिश्चित करती रही कि हाथियों को किसी तरह के कीड़े-मकोड़े या संक्रमण से कोई परेशानी न हो। अगर कोई हाथी मानसिक रूप से तनाव में आता है, तो डार्ट गन द्वारा उसे इंजेक्शन देकर शांत किया जाता है।
अब सुरक्षित है हाथी, रथ यात्रा जारी
वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से स्थिति पर तुरंत नियंत्रण पा लिया गया। बेकाबू हुए हाथी और दोनों मादा हाथियों को रथ यात्रा से हटा दिया गया, जिसके बाद 14 हाथियों के साथ यात्रा आगे बढ़ाई गई। फिलहाल हाथी सुरक्षित है और निगरानी में है।