पटना/समस्तीपुर/सीतामढ़ी | 11 सितंबर 2025 – बिहार में भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के आरोपों में घिरे आरडब्ल्यूडी (ग्रामीण कार्य विभाग) के अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार राय की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। आर्थिक एवं साइबर अपराध इकाई (EOU) की टीम बिहार पुलिस मुख्यालय के आदेश पर समस्तीपुर, पटना और सीतामढ़ी में उनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। ताजा मामला आय से 3 करोड़ 38 लाख रुपये अधिक संपत्ति से जुड़ा है, जबकि पहले उन पर 100 करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है।
करोड़ों के नोट जलाने का मामला
पिछले दिनों पटना में जब जांच एजेंसी ने विनोद राय के आवास पर कार्रवाई की थी, तो उनकी पत्नी और विनोद राय ने मिलकर करोड़ों रुपये के नोट जला दिए और नाले में बहा दिए। इस घटना से पूरे प्रशासनिक तंत्र में हड़कंप मच गया था। जले हुए नोटों के नाले में फेंके जाने से नाला जाम भी हो गया था। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
ताजा छापेमारी और जब्ती
सूत्रों के अनुसार, समस्तीपुर के आदर्श नगर, पटना के अगमकुआं क्षेत्र और सीतामढ़ी में एक स्थान पर छापेमारी चल रही है। पिछले महीने 22 अगस्त को पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र के भूतनाथ रोड स्थित उनके चार मंजिला घर से कई दस्तावेज, बैंक खातों से जुड़ी जानकारी, एक लग्जरी कार, बीमा पॉलिसियां और 26 लाख रुपये के गहने जब्त किए गए थे। जांच में पाया गया कि नकदी राशि को शौचालय, पानी की टंकी और रसोईघर के पाइप में छुपाया गया था।
आरोप और केस दर्ज
इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने विनोद राय के खिलाफ कांड संख्या-24/2025, दिनांक 10 सितंबर 2025 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। जांच में गुप्त संपत्ति के कई सबूत सामने आए हैं। टीम लगातार कार्रवाई कर रही है और आरोपी की तलाश में छापेमारी तेज कर दी गई है।
जांच एजेंसियों का बयान
EOU के अधिकारियों ने कहा कि भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति के खिलाफ किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा। सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी और मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान भी की जा रही है।