इंदौर। लव जिहाद मामले में आरोपी कांग्रेसी पार्षद अनवर कादरी उर्फ डकैत ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। 29 अगस्त को आत्मसमर्पण करने वाले कादरी ने 14 दिन बाद पूछताछ में कबूल किया कि उसने फरारी के दौरान लव जिहाद के दोनों आरोपियों को तीन लाख रुपए दिए थे। साथ ही, पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि फरारी के दौरान उसने नेपाल से खरीदी गई सिम कार्ड का उपयोग कर पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखी और रास्ते में ही सिम फेंक दिया।
होटल और अन्य खर्चों का भुगतान बेटी ने किया
पूछताछ में यह तथ्य भी सामने आया कि कादरी की बेटी आयशा ने दिल्ली के राजशाही बाग से मनी ट्रांसफर स्टोर के जरिए होटल, खाने और अन्य खर्चों का भुगतान किया। पुलिस को इसका बिल भी मिला है। जब अनवर कादरी का आमना-सामना बेटी से कराया गया तो उसने स्वीकार किया कि फरारी के दौरान वही खर्च उठाती रही।
एनकाउंटर और संपत्ति कुर्की का डर
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री मोहन यादव के ‘डकैत हो या डकैत के बाप’ वाले बयान के बाद कादरी को एनकाउंटर और संपत्ति पर बुलडोजर कार्रवाई का डर सताने लगा। इसी डर से वह इंदौर लौटा। शुरुआत में उसने एक बैंक खाते से पैसे निकाले, लेकिन खाता फ्रीज हो जाने पर आर्थिक संकट गहराया। इसके बाद उसने पत्नी फरहाना के गहने बेचकर नेपाल भागने की योजना बनाई। फरहाना भी उसके साथ थी। नेपाल में खुद को व्यापारी बताकर इंटरनेशनल सिम कार्ड लिया और इंटरनेट कॉलिंग के जरिए पुलिस की हर गतिविधि पर नजर रखता रहा।
इंदौर में दर्ज हैं 20 मुकदमे
अनवर कादरी पर इंदौर के विभिन्न थानों में कुल 20 मामले दर्ज हैं। हाल ही में भारत विरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कलेक्टर आशीष सिंह ने उस पर रासुका भी लगाई थी। पुलिस ने कोर्ट के माध्यम से उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था और संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इनाम घोषित करने के साथ ही उसकी पार्षदी समाप्त करने की कार्रवाई भी चल रही थी। संभागायुक्त दीपक सिंह ने उसे कोर्ट में पेश होने के निर्देश दिए थे, लेकिन वह पहले ही सरेंडर कर गया।
कोर्ट में सरेंडर, 8 दिन की रिमांड
सरेंडर से पहले अनवर कादरी ने बाल रंगे और दाढ़ी कटवाई ताकि पहचान से बच सके। इसके बाद वह कोर्ट नंबर 14 में पेश हुआ, जहां कोर्ट ने उसे 8 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है। उल्लेखनीय है कि ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास मिनी गुप्ता की कोर्ट ने 8 सितंबर से पहले उसे कोर्ट में हाजिर होने के निर्देश दिए थे, लेकिन कादरी ने तय समय से पहले सरेंडर कर दिया।