भोपाल, 30 सितंबर 2025।
भोपाल की पूर्व बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। नवरात्रि के अवसर पर दुर्गा वाहिनी पथ संचालन कार्यक्रम में उन्होंने गैर हिंदुओं को लेकर टिप्पणी की और हिंदुओं से अपील की कि मंदिरों के आसपास प्रसाद बेचते हुए यदि कोई "विधर्मी" मिले तो उसकी "ठुकाई" करें।
क्या कहा साध्वी ने?
साध्वी प्रज्ञा ने कहा,
"विधर्मियों के हाथ की बनी कोई चीज नहीं खाना है। मंदिर के आसपास ऐसे लोग मिलें तो ठुकाई करो। न उनको बेचने देंगे, न आने देंगे।"
उन्होंने लोगों से अपील की कि अपने घरों में किसी भी विधर्मी को काम के लिए न बुलाएं, चाहे वह बिजली फिटिंग, नल फिटिंग या सफाई का ही क्यों न हो। साध्वी ने यहां तक कहा कि "विधर्मियों को सबक सिखाने" के लिए घर में हथियार रखना चाहिए।
'हथियार रखो और दुश्मन को काट दो'
साध्वी प्रज्ञा ने अपने भाषण में और आगे कहा,
"दुश्मन घर की दहलीज पार करे तो बीच से काट दो। हथियार घर में रखो और उन्हें धारदार बनाकर रखो। जब हमारी बेटियों के साथ अत्याचार होता है तो पीड़ा होती है। इस पीड़ा को बाहर निकालने के लिए जरूरत पड़े तो दुश्मन को काट देना चाहिए।"
उन्होंने दुर्गा वाहिनी की महिलाओं से आह्वान किया कि हर घर में 'दुर्गा' तैयार करनी होगी और आत्मरक्षा के लिए हथियार रखना होगा।
गांधी और नेहरू पर तंज
साध्वी प्रज्ञा ने महात्मा गांधी और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज़ादी बिना संघर्ष और बिना हथियारों के मिलने की बात सिर्फ "सत्ता लालच" थी। नेहरू पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह "अंग्रेजों के चाटुकार" थे, "देश के लिए कोई सेवा नहीं की" और स्वतंत्रता के बाद उनकी नीतियों ने भारत को कमजोर किया।
लगातार विवादों में साध्वी प्रज्ञा
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर इससे पहले भी कई बार अपने बयानों को लेकर विवादों में रह चुकी हैं। इस बार उनका बयान नवरात्रि और दुर्गा वाहिनी कार्यक्रम के मंच से आया है, जिसने एक बार फिर सियासी हलचल तेज कर दी है।