ओडिशा के राउरकेला से एक बड़ी और सनसनीखेज खबर सामने आई है। नक्सलियों ने सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए एक ट्रक लूट लिया, जिसमें करीब 1.5 टन विस्फोटक सामग्री लदी हुई थी। घटना के बाद झारखंड और ओडिशा की पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है, और दोनों राज्यों में सर्च ऑपरेशन शुरू हो गया है।
कैसे हुई वारदात?
सूत्रों के मुताबिक, नक्सलियों ने बीच रास्ते में ट्रक को रोका, चालक को बंधक बनाया और ट्रक को जबरन सारंडा के घने जंगलों की ओर ले गए। यह विस्फोटक सामग्री खदानों में उपयोग के लिए ले जाई जा रही थी, लेकिन रास्ते में ही नक्सलियों ने इसे कब्जे में ले लिया।
बढ़ी सुरक्षा एजेंसियों की चिंता
इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री नक्सलियों के हाथ में पहुंचना सुरक्षा एजेंसियों के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। इससे भविष्य में किसी बड़े हमले या वारदात की आशंका बढ़ गई है। फिलहाल पुलिस ट्रक चालक की तलाश कर रही है और ट्रक की सटीक लोकेशन पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
सीमा पर कड़ा पहरा, चल रहा सर्च ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही झारखंड और ओडिशा की पुलिस सक्रिय हो गई है। सीमा क्षेत्रों में वाहनों की तलाशी ली जा रही है, और जंगलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान (सर्च ऑपरेशन) चलाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि नक्सलियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए फोर्स को तैयार रखा गया है।
नक्सलियों द्वारा डेढ़ टन विस्फोटक लूटना केवल एक लूट नहीं, बल्कि एक बड़ी सुरक्षा चुनौती है। यह घटना दोनों राज्यों की पुलिस और केंद्र की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक अलार्म है कि नक्सली गुट अपनी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए कितनी बड़ी तैयारी कर सकते हैं। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस चुनौती का सामना कैसे करती हैं।