राजस्थान में खुफिया एजेंसियों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे सालेह मोहम्मद के पूर्व निजी सहायक (PA) शकूर खान को जासूसी के आरोप में हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार, शकूर खान जैसलमेर का रहने वाला है और फिलहाल सरकारी रोजगार कार्यालय में कार्यरत था।
क्यों पकड़ा गया शकूर?
खुफिया एजेंसियों को संदेह था कि शकूर खान पाकिस्तानी दूतावास के एक अधिकारी के साथ संपर्क में था और ISI (Inter-Services Intelligence) के लिए संवेदनशील सूचनाएं साझा कर रहा था। जानकारी के मुताबिक, शकूर पिछले कुछ वर्षों में 6-7 बार पाकिस्तान की यात्रा कर चुका है। पूछताछ में उसने यह बात स्वीकार की है, जबकि उसके मोबाइल में कई संदिग्ध पाकिस्तानी नंबर भी पाए गए हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मिला सुराग
जयपुर और राजस्थान CID की खुफिया विशेष टीमों ने शकूर खान को जैसलमेर में जिला प्रशासन कार्यालय से हिरासत में लिया। अधिकारियों ने बताया कि वह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कंट्रोल रूम में तैनात था, जहां से उसके संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली।
मोबाइल और बैंक खातों की जांच
फिलहाल शकूर के मोबाइल फोन, बैंक खातों और वित्तीय रिकॉर्ड्स की गहन जांच चल रही है। मोबाइल से कुछ पोस्ट डिलीट किए गए थे, लेकिन अभी तक कोई सैन्य-संबंधी या संवेदनशील सामग्री नहीं मिली है।
राजनीतिक बयानबाज़ी शुरू
इस मामले के सामने आते ही राजनीति गरमा गई है। बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए सोशल मीडिया (एक्स) पर लिखा,
“राजस्थान में कांग्रेस के पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद के निजी सहायक शकूर खान पर पाकिस्तान की ISI के लिए जासूसी करने के पुख्ता सबूत मिले हैं। कांग्रेस के खून में ही पाकिस्तान-परस्ती है।”
क्या है आगे?
राज्य पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब शकूर खान के संपर्कों और वित्तीय लेन-देन की परत-दर-परत जांच में जुट गई हैं। आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।