भोपाल। मध्यप्रदेश को देश का अग्रणी निवेश गंतव्य बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव लगातार सक्रिय हैं। इसी प्रयास के तहत वे 9 अक्टूबर को मुंबई में आयोजित एक इंटरएक्टिव सेशन में देश-विदेश के निवेशकों से संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम में रिन्यूएबल एनर्जी उपकरण निर्माण, व्हाइट गुड्स मैन्युफैक्चरिंग और औद्योगिक निवेश पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
यह सेशन “इन्वेस्टमेंट ऑपर्च्युनिटीज इन पॉवर एंड रिन्यूएबल एनर्जी इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग एंड वाइट गुड्स इन मध्यप्रदेश” शीर्षक से होटल ट्राइडेंट, नरीमन पॉइंट, मुंबई में आयोजित होगा। इसका उद्देश्य निवेशकों को राज्य में उभर रहे औद्योगिक अवसरों से अवगत कराना है — खासतौर पर मोहासा-बाबई (नर्मदापुरम) में विकसित किए जा रहे पॉवर एंड रिन्यूएबल एनर्जी इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग ज़ोन (Phase-2) में निवेश को बढ़ावा देना। इस ज़ोन में भूमि आवंटन के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 12 अक्टूबर तय की गई है।
सेशन में देश के प्रमुख औद्योगिक समूहों के साथ-साथ मैक्सिको, सिंगापुर, कनाडा और इटली के कॉन्सुल जनरल और बिजनेस डेलिगेट भी हिस्सा लेंगे। हिंदाल्को इंडस्ट्रीज, वेलस्पन ग्रुप, एलएंडटी, सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, गॉदरेज इंडस्ट्रीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज ग्रुप, आईपीसीए लैब और रेमंड ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव इस अवसर पर राज्य की औद्योगिक नीतियों, निवेश संभावनाओं और प्रमुख परियोजनाओं जैसे पीएम मित्र पार्क, फुटवियर पार्क, क्लस्टर-आधारित उद्योग और मोहासा-बाबई जोन पर विस्तार से जानकारी देंगे। वे उद्योगपतियों से व्यक्तिगत संवाद के साथ डिप्लोमैट राउंडटेबल मीटिंग में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा करेंगे।
सेशन में सीआईआई वेस्टर्न रीजन के डिप्टी चेयरमैन और ब्लू स्टार लिमिटेड के एमडी वीर एस. अडवाणी मुख्य वक्ता होंगे, जबकि औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह मध्यप्रदेश की निवेश संभावनाओं पर प्रस्तुति देंगे।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में राज्य ने जो विश्वास, पारदर्शिता और निवेश-अनुकूल माहौल बनाया है, उसकी वजह से अब देश-विदेश की अग्रणी कंपनियाँ मध्यप्रदेश में औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित करने में गहरी रुचि दिखा रही हैं। इस इंटरएक्टिव सत्र से राज्य में निवेश को नई गति मिलने के साथ ही स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार अवसरों में भी वृद्धि होगी।