मध्यप्रदेश में गोमांस पर 0% GST लागू होने के गजट नोटिफिकेशन के बाद राजनीति गर्म हो गई है। 18 सितंबर को वाणिज्यिक कर विभाग ने यह अधिसूचना जारी की, जिसके तहत गोवंशीय पशुओं के मांस पर अब कोई GST नहीं लगेगा। इस निर्णय पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और PCC चीफ जीतू पटवारी ने कड़ा विरोध जताया है।
कांग्रेस का आरोप और विरोध
पटवारी ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह फैसला गाय माता की सुरक्षा और हिंदू भावनाओं के खिलाफ है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि यह निर्णय गोमांस निर्यात बढ़ाने और वोट बैंक के लिए लिया गया है।
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पटवारी ने कहा, "हम किसी भी कीमत पर गाय नहीं कटने देंगे और गोमांस का निर्यात नहीं होने देंगे।"
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कांग्रेस 26 और 27 सितंबर को प्रदेशव्यापी आंदोलन करने वाली है। इस दौरान पार्टी गोशालाओं का दौरा करेगी और सड़कों पर गायों को घेरकर कलेक्टर कार्यालयों तक पहुंचाएगी।
मुख्यमंत्री पर निशाना
पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव पर भी हमला किया और कहा कि वे अपने बयान में खुद को गो भक्त कहते हैं, लेकिन असल में वोट बैंक के लिए गाय की पूजा कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर देश से सबसे ज्यादा गोमांस निर्यात हो रहा है, तो इसका जिम्मेदार कौन है।
GST पर कांग्रेस का आरोप
जीतू पटवारी ने यह भी कहा कि 8 साल पहले लागू किए गए GST से छोटे उद्योग और गरीब लोग प्रभावित हुए हैं। राहुल गांधी ने पहले ही चेतावनी दी थी कि GST देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है। अब, कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया कि GST के तहत हुई लूट का खाता वापस लिया जाए।
आंदोलन की रणनीति
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26 सितंबर को जिला स्तर पर GST पर हुई लूट उजागर की जाएगी।
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27 सितंबर को छोटे कस्बों, नगर परिषदों और नगर पालिकाओं में कांग्रेस जनता को GST और गोमांस मामले की जानकारी देगी।
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पटवारी ने चेतावनी दी कि नकली गोभक्तों के चेहरे उजागर किए जाएंगे और गाय माता की रक्षा की जाएगी।
मध्यप्रदेश में इस फैसले ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है और आगामी दिनों में गोमांस पर GST और गाय संरक्षण को लेकर बड़े आंदोलन और विरोध प्रदर्शन की संभावना है।