मुंबई में सोमवार सुबह से तेज बारिश जारी है। तेज हवाओं (70-80 किमी/घंटा) के चलते कई जगह पेड़ गिर गए और सड़कें जाम हो गईं। घने बादलों की वजह से विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है, जिससे लोग गाड़ियों की हेडलाइट जलाकर ड्राइव कर रहे हैं। खराब मौसम की वजह से देश के अलग-अलग शहरों से आने वाली 8 फ्लाइट्स प्रभावित हुई हैं।
35 साल में पहली बार जल्दी पहुंचा मानसून
महाराष्ट्र में इस बार मानसून तय समय से 10 दिन पहले पहुंचा है। सामान्य तौर पर मानसून 5 जून के आसपास महाराष्ट्र में दस्तक देता है, लेकिन इस बार यह 25 मई को ही पहुंच गया। इससे पहले 1990 में मानसून 20 मई को आया था। 24 मई को मानसून केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पुडुचेरी में पहुंचा था, जबकि 25 मई को गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर के मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड तक फैल गया।
पुणे में बादल फटने से तबाही
रविवार को पश्चिमी महाराष्ट्र में मानसूनी बारिश शुरू हुई। पुणे-सोलापुर हाईवे के पाटस इलाके में बादल फटा, जिससे 200 घरों में पानी भर गया और कई गाड़ियां बह गईं। यहां तक कि एक ट्रैक्टर भी पानी में डूब गया। पुणे के बारामती और इंदापुर इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए NDRF की दो टीमें तैनात की गई हैं।
मुंबई में कहां कितनी बारिश हुई?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, मुंबई और उपनगरीय इलाकों में दिनभर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मुंबई के सांताक्रूज के सुपारी टैंक और नारियल वाड़ी में सबसे ज्यादा 25 मिमी बारिश हुई। पाली हिल में 24 मिमी, विले पार्ले और अंधेरी फायर स्टेशन पर क्रमशः 15 मिमी और 14 मिमी बारिश दर्ज की गई। चेंबूर, वर्सोवा और मालवणी में भी अच्छी खासी बारिश रिकॉर्ड हुई।
केरल में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
केरल में लगातार हो रही भारी बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। त्रिशूर में चलती ट्रेन पर पेड़ गिर गया, जबकि कोझिकोड में स्कूटर चलाते समय एक व्यक्ति पर पेड़ गिरने से मौत हो गई। कोडंचेरी में भाई-बहनों की करंट लगने से मौत हो गई। राज्य के 9 जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। उत्तरी पलक्कड़ जिले में 40 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से 4 पूरी तरह ध्वस्त हो गए। वायनाड जिले में कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है, जहां NDRF की 28 सदस्यीय टीम राहत कार्य में जुटी है।
मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में अलर्ट
मध्य प्रदेश में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक ट्रफ के कारण मौसम का मिजाज बदला हुआ है। अगले 4 दिनों तक आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
भारत को मिला नया एडवांस वेदर फोरकास्ट सिस्टम
सोमवार को भारत सरकार ने एडवांस भारत फोरकास्ट सिस्टम (BFS) लॉन्च किया। यह सिस्टम आपदा प्रबंधन, खेती, जल प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा में पंचायत स्तर तक मदद करेगा। पुणे के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी (IITM) द्वारा तैयार किया गया BFS सिस्टम 6 किमी रिजोल्यूशन पर मौसम का सटीक अनुमान देगा।
मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस के सचिव एम. रविचंद्रन के मुताबिक, नए सुपरकंप्यूटर ‘अर्का’ की मदद से यह सिस्टम सिर्फ 4 घंटे में पूर्वानुमान तैयार कर लेगा, जबकि पहले इस्तेमाल हो रहे सुपरकंप्यूटर ‘प्रत्यूष’ को इसमें 10 घंटे लगते थे। यह सिस्टम फिलहाल 40 डॉपलर रडार से डेटा लेता है और भविष्य में 100 रडार के साथ और भी ज्यादा ताकतवर हो जाएगा। इससे 2 घंटे पहले तक के स्थानीय पूर्वानुमान संभव हो सकेंगे।