तेहरान/वॉशिंगटन/तेल अवीव – पश्चिम एशिया में जंग का मंजर और भी गंभीर होता जा रहा है। ईरान और इज़राइल के बीच छठे दिन भी भीषण युद्ध जारी है। अब इस संघर्ष में अमेरिका की एंट्री लगभग तय मानी जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा है— "बिना शर्त आत्मसमर्पण करो"। दूसरी ओर, ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने चेतावनी दी है कि "ज़ायोनी शासन पर कोई रहम नहीं किया जाएगा।"
अमेरिका से 30 फाइटर जेट रवाना
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने बीते तीन दिनों में अपने 30 फाइटर टैंकर विमान यूरोप भेजे हैं। इनका संभावित लक्ष्य पश्चिम एशिया के युद्ध क्षेत्र को सपोर्ट करना है। साथ ही यूएसएस निमित्ज विमानवाहक पोत को भी साउथ चाइना सी से मिडिल ईस्ट भेज दिया गया है। इससे अमेरिका की युद्ध में कूदने की तैयारी स्पष्ट होती जा रही है।
ट्रंप की धमकी और खामेनेई का जवाब
डोनाल्ड ट्रंप ने Truth Social पर धमकी भरे लहजे में लिखा:
"UNCONDITIONAL SURRENDER."
उन्होंने कहा कि अमेरिका को "सुप्रीम लीडर" खामेनेई की लोकेशन पता है, लेकिन फिलहाल हम उस पर हमला नहीं कर रहे।
जवाब में, खामेनेई ने "X" पर लिखा:
"The battle begins."
और एक अन्य पोस्ट में कहा:
"हम यहूदियों पर कोई रहम नहीं दिखाएंगे।"
हाइपरसोनिक मिसाइलों से इज़राइल पर कहर
ईरान ने बताया है कि 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस-3' के तहत उसने फतह-1 हाइपरसोनिक मिसाइलों से इज़राइल के कई हिस्सों पर हमला किया है। इन मिसाइलों की रफ्तार मैक 5 से ऊपर होती है, जिसे पकड़ना किसी भी रडार या रक्षा प्रणाली के लिए लगभग असंभव है।
तेल अवीव समेत कई इज़रायली शहरों पर एक घंटे से भी कम समय में 30 से अधिक मिसाइलें दागी गईं। हमले के कारण कई क्षेत्रों में आग भड़क उठी और चेतावनी सायरन गूंज उठे। इज़राइली सेना ने दावा किया है कि उसने तेहरान और करज में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है।
युद्ध में अब तक का नुकसान
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ईरान: 585 मौतें, 1326 घायल
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इज़राइल: 24 नागरिकों की मौत
अमेरिका की एंट्री का खतरा
खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, यदि अमेरिका युद्ध में शामिल होता है, तो ईरान होर्मुज़ जलडमरूमध्य में बारूदी सुरंगें बिछा सकता है और अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले शुरू कर सकता है। अमेरिका ने पहले ही अपने 40,000 सैनिकों को अलर्ट पर रख दिया है।
अब सवाल ये है: क्या तीसरे विश्व युद्ध की आहट सुनाई दे रही है?
इस टकराव ने दुनिया भर को चिंता में डाल दिया है। अमेरिका, ईरान और इज़राइल तीनों की तीखी चेतावनियाँ और सैन्य तैनाती इस ओर इशारा कर रही हैं कि अगर हालात जल्द नहीं संभले, तो यह टकराव वैश्विक संकट में बदल सकता है।